नई दिल्ली । देश में ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स की दवा को कोरोना मरीजों के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जा सकेगा। ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स की बनाई दवा को सरकार से मंजूरी भी मिल गई है। कोरोना के हल्के- मध्यम लक्षण वाले मरीजों को अब ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स की दवा दी जा सकेगी। ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स की दी गई जानकारी के मुताबिक कंपनी ने कोरोना वायरस के पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए एंटीवायरल दवा फेविपिराविर को फेबीफ्लू ब्रांड नाम से पेश किया है। ग्लेनमार्क को 19 जून को केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की ओर से फेविपिराविर या फेबीफ्लू के विनिर्माण और विपणन के लिए मंजूरी दे दी है।
Glenmark Pharmaceuticals has initiated phase three of clinical trials in India on antiviral tablet Favipiravir, becoming the first company in the country to do so.
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— ANI Digital (@ani_digital) May 12, 2020
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देश में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। भारत में कोरोना के मरीजों की संख्या चार लाख के करीब पहुंच चुकी है। वहीं कंपनी ने कहा कि यह दवा चिकित्सक की सलाह पर ही दी जा सकेगी । कंपनी ने उम्मीद जताई कि इस दवा से कोरोना वायरस के मरीजों के इलाज को लेकर मौजूदा दबाव को काफी हद तक कम करने में मदद मिलेगी। कंपनी का कहना है कि कोरोना वायरस के हल्के संक्रमण से पीड़ित मरीजों पर इस दवा ने अच्छे नतीजे दिए हैं।
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ग्लेनमार्क फार्मास्युटिल्स के मुताबिक क्लिनिकल परीक्षणों में फेबीफ्लू ने कोरोना वायरस के हल्के लक्षण वाले मरीजों पर अच्छे नतीजे दिए है। कंपनी ने कहा कि उसकी आंतरिक शोध एवं विकास टीम ने सफलतापूर्वक इसका एक्टिव फार्मास्युटिकल इन्ग्रिडिएंट (एपीआई) और फार्मूलेशन विकसित किया है। ग्लेनमार्क फार्मा ने कहा कि मामूली संक्रमण वाले ऐसे मरीज जो मधुमेह या दिल की बीमारी से पीड़ित हैं, उन्हें भी यह दवा दी जा सकती है. सल्दान्हा ने कहा कि यह खाने की दवाई है. ऐसे में जब अस्पताल के ढांचे पर दबाव हो, तो यह काफी लाभकारी साबित हो सकती यह खाने वाली दवा है और इलाज का सुविधाजनक विकल्प है। कंपनी सरकार और चिकित्सा समुदाय के साथ मिलकर काम करेगी ताकि देश में मरीजों को आसानी से ये दवा मिल सके। इसकी कीमत 103 रुपये प्रति टैबलेट होगी। ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स ने यह जानकारी देते हुए कहा कि यह दवा 200 एमजी के टैबलेट में उपलब्ध होगी। इसके 34 टैबलेट के पत्ते की कीमत 3,500 रुपये होगी। ट्रीटमेंट शुरु होने के दिन इसकी दो खुराक लेनी होगी, उसके बाद 14 दिन तक कम एमजी की दो खुराक प्रतिदिन लेनी होगी।
Indian Regulator Approves Favipiravir for the Treatment of Mild to Moder by rupesh sahu on Scribd
Glenmark Receives DCGI Approval for Favipiravir in India by rupesh sahu on Scribd