जमशेदपुर। girl’s clothes removed in the school : परीक्षा में जांच के दौरान कपड़े उतारने के लिए कथित रूप से मजबूर किए जाने के बाद खुद को आग लगाने वाली एक दलित किशोरी की यहां बृहस्पतिवार को मौत हो गई।
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किशोरी को यह पता लगाने के लिए कपड़े उतारने के लिए कथित रूप से मजबूर किया गया था कि उसने परीक्षा के दौरान नकल करने के लिए अपनी वर्दी में पर्चियां तो नहीं छिपा रखी हैं। शहर के पुलिस अधीक्षक के विजय शंकर ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि नौवीं कक्षा की 15 वर्षीय छात्रा की बृहस्पतिवार शाम टाटा मेन अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई।
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किशोरी ने 14 अक्टूबर को स्कूल से घर लौटने के तुरंत बाद खुद को आग लगा ली थी, जिसके कारण वह 80 फीसदी तक जल गई थी। आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया गया है। ‘केंद्रीय मुखी समाज’ ने बच्ची के परिवार को मुआवजा, लड़की की मां को पेंशन और सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिए जाने की मांग की है। मृत किशोरी मुखी समुदाय की थी।