GST Council 55th Meeting Food Menu: घोटूवां का लड्डू, बाजरे की काजू-कतली… जीएसटी काउंसिल की बैठक में लगेगा स्वाद का तड़का

GST Council 55th Meeting Food Menu: घोटूवां का लड्डू, बाजरे की काजू-कतली... जीएसटी काउंसिल की बैठक में लगेगा स्वाद का तड़का

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  • Publish Date - December 19, 2024 / 09:45 AM IST,
    Updated On - December 19, 2024 / 09:48 AM IST

GST Council 55th Meeting Food Menu: 21 दिसंबर को जैसलमेर में पहली बार जीएसटी परिषद की बैठक होने जा रही है। इस बैठक में शामिल होने जा रहे मेहमानों के लिए खास तैयारियां की जा रही है। जैसलमेर में पहली बार होने वाली जीएसटी परिषद की बैठक को लेकर शहर के सड़कों-चौराहों को सजाया जा रहा है। बता दें कि, केंद्रीय ​वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में यह बैठक शहर के फाइव स्टार होटल मेरियट में होगी। आज यानि 19 दिसंबर से मेहमान आना शुरू हो जाएंगे। इस बैठक में सभी राज्यों के वित्त मंत्री भी हिस्सा लेंगे। 250 से ज्यादा वीआईपी मेहमान इस बैठक में पहुंचेंगे। ऐसे में मेहमानों के स्वागत के लिए खास तरह के जायके तैयार किए गए है।

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मेहमानों को परोसे जाएंगे 80 तरह के स्वादिष्ट व्यंजन

मेहमानों के लिए परोसे जाने वाले नाश्ते से लेकर डिनर तक में मिलेट्स यानी मोटे अनाज का खास ध्यान रखा गया है। इसलिए इसमें परोसे जाने वाली मिठाइयां भी बाजरे की होगी। मिली जानकारी के मुताबिक, यहां मेहमानों के लिए 80 तरह के जायके तैयार किए गए हैं। होटल मेरियट में खाने का पूरा मैन्यू तय कर लिया गया है। बाजरे और रागी पर खासतौर पर फोकस किया गया है।

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बाजरे के साथ तैयार किया जैसलमेर का प्रसिद्ध लड्डू

शेफ जमाल ने बताया कि, इस बैठक के लिए बताया गया था कि हमें चाइनीज और इटालियन फूड के साथ राजस्थानी फूड पर फोकस रखना है। इसलिए खाने के मैन्यू में देसी घी से बनी राब के साथ बाजरा की रोटी और सबसे महंगी कैर-सांगरी की सब्जी भी होगी। इन दो दिनों में नाश्ते से लेकर दोपहर के लंच और रात के डिनर के लिए कुल 80 तरह के जायके परोसे जाएंगे। नाश्ते में बाजरे की राब पिलाई जाएगी। वहीं, बाजरा से बनी ​मिठाइयां डिनर में परोसेंगे। जानकर हैरानी होगी की यहां के शेफ जमाल ने ​काजू की कतली और जैसलमेर के प्रसिद्ध घोटूवां लड्डू को भी बाजरे के साथ तैयार किया है। इसके अलावा मेहमाने के लिए बाजरा के बिस्किट और केक भी बनाए गए है।

घोटूवां लड्डू का इतिहास

घोटूवां का इतिहास जैसलमेर में 1939 में पहली बार मिठाई की दुकान खुली जहां घोटूवां बनाया जाता था। आज यहां करीब 50 स्वीट शॉप्स में घोटूवां बनता है। यह मिठाई भारत-पाकिस्तान के विभाजन से पहले भी यहां बनती रही है, लेकिन जैसलमेर में इसकी शुरुआत राणमल भाटिया ने की थी। आज भाटिया परिवार की 10वीं पीढ़ी भी यही काम कर रही है।

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बैठक में लिए होंगे कई अहम फैसले 

जीएसटी परिषद की 55वीं बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले हो सकते हैं, जिनमें सबसे प्रमुख टर्म लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी के प्रीमियम पर जीएसटी से छूट का प्रस्ताव है। इस पर राज्यों के मंत्रियों की एक समिति अपनी रिपोर्ट पेश कर चुकी है। जीएसटी परिषद की इस बैठक में यह संभावना है कि 5 लाख रुपए तक के हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम को जीएसटी से छूट दी जा सकती है। हालांकि, 5 लाख रुपए से अधिक कवर वाली पॉलिसी के प्रीमियम पर जीएसटी जारी रहेगा। इससे हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस के बाजार को प्रोत्साहन मिल सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जिनके पास कम से कम स्वास्थ्य जीवन बीमा कवर है।

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जीएसटी काउंसिल की 55वीं बैठक में खाने में क्या खास है?

बैठक में मेहमानों के लिए 80 तरह के विशेष व्यंजन तैयार किए गए हैं, जिनमें बाजरा और रागी जैसे मोटे अनाज पर खास जोर दिया गया है।

बैठक में मिठाइयों में क्या विशेषता है?

मिठाइयां भी बाजरे से बनाई गई हैं, ताकि मिलेट्स को बढ़ावा दिया जा सके।

मिलेट्स को इस बैठक में शामिल करने का उद्देश्य क्या है?

मिलेट्स को बढ़ावा देना और स्वास्थ्यवर्धक खाने की आदतों को प्रोत्साहित करना इसका मुख्य उद्देश्य है।

क्या जीएसटी काउंसिल बैठक में सभी व्यंजन मिलेट्स आधारित हैं?

सभी व्यंजन पूरी तरह से मिलेट्स आधारित नहीं हैं, लेकिन बाजरा और रागी जैसे अनाज को प्रमुखता दी गई है।