Garba Rules: त्योहारों का सीजन शुरू हो गया है। अभी देशभर में बप्पा की धूम मची हुई है। इसके बाद 15 दिनों तक पितृ पक्ष मनाया जाएगा, फिर शारदीय नवरात्रि आएगी। नवरात्रि में नो दिनों तक देवी मां के अलग-अलग स्वरूपों की आराधना की जाती है। इस दौरान माता की मूर्तियां स्थापित की जाती है। भजन-कीर्तन होते है। इतना ही नहीं इस दौरान गरबा का भी आयोजन किया जाता है। सभी राज्यों में से गुजरात का गरबा का बेहद प्रसिद्ध है। बड़ी संख्या में लोग बढ़-चढ़कर गरबा करने आते हैं। लेकिन, इस बार हर किसी के लिए गरबा में प्रवेश पाना आसान नहीं होगा। इसके लिए कुछ खास नियम तैयार किए गए हैं।
आधार कार्ड दिखाने पर मिलेगी एंट्री
गणेश महोत्सव के दौरान गुजरात के विभिन्न शहरों में पथराव की घटनाओं पर विभिन्न संगठनों ने नाराजगी जताते हुए अगले माह शुरू होने वाले नवरात्र महोत्सव में शामिल होने के लिए आधार कार्ड अनिवार्य कर दिया है। मुस्लिम युवक नाम बदलकर गरबा में शामिल होते हैं जो की गलत है। इसके लिए आधार कार्ड देखकर ही प्रवेश दिया जाएगा। कडवा पाटीदार समाज के पुष्कर पटेल का कहना है कि आधार कार्ड जैसी व्यवस्था जरूरी है। लव जिहाद की मानसिकता से मुस्लिम युवक नाम बदलकर गरबा महोत्सव में आते हैं। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल ने भी गरबा व अन्य समारोहों में गैर हिंदुओं के प्रवेश का विरोध किया है।
गैर हिंदुओं को नहीं मिलेगा प्रवेश
दरअसल, लव जिहाद की घटनाओं को रोकने के लिए गरबा आयोजक इसमें शामिल होने वालों की पहचान को जरूरी मान रहे हैं। मुस्लिम नेताओं का कहना है कि क्या राज्य सरकार द्वारा आयोजित गरबा में भी धार्मिक आधार पर प्रवेश से रोका जाएगा। साहिर रसोत्सव के संचालक सुरेंद्र सिंह वाला ने बताया कि गणेश पंडाल पर पथराव और लव जिहाद जैसी घटनाओं को देखते हुए गरबा महोत्सव में गैर हिंदुओं के प्रवेश को रोका जाएगा।
विहिप प्रवक्ता ने की अपील
विहिप प्रवक्ता हितेंद्र सिंह राजपूत ने अपील की है कि गरबा आयोजक पहचान पत्र देखकर ही उत्सव में प्रवेश दें। इसे लेकर बजरंग दल एक हेल्पलाइन शुरू करेगा। इधर, AIMIM के प्रवक्ता दानिश कुरैशी का मानना है कि राज्य में सुपर पुलिसिंग हो रही है। धर्म के आधार पर प्रवेश न देना गलत है।
कब से शुरू हो रही शारदीय नवरात्रि?
यह नवरात्रि शरद ऋतु में आती है, इसलिए इसे शारदीय नवरात्रि कहते हैं। हिंदू पंचाग के मुताबिक, आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को कलश स्थापना के साथ शारदीय नवरात्रि का शुभारंभ होता है। इस बाद इसका शुभारंभ 2 अक्टूबर को देर रात 12:18 बजे से होगा। यह तिथि 4 अक्टूबर को तड़के 02:58 बजे तक मान्य रहेगी। ऐसे में उदयातिथि के आधार पर इस साल शारदीय नवरात्रि का प्रारंभ 3 अक्टूबर दिन गुरुवार से हो रहा है।