कानपुर। यूपी में 8 पुलिसकर्मियों का हत्यारा गैंगस्टर विकास दुबे आज सुबह 6 बजकर 18 मिनट पर पुलिस की पिस्तौल लूटकर भागा। कानपुर के भउती इलाके में एनकाउंटर से पहले पुलिस ने उससे आत्मसमर्पण करने को कहा। लेकिन वो पुलिस पर गोलियां चलाने लगा। करीब 15 मिनट तक गोलियां चलती रहीं।
कानपुर: विकास दुबे को मध्य प्रदेश से कानपुर लेकर आ रही उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) की गाडियों में से एक कार पलट गई। पुलिस घटनास्थल पर मौजूद। अधिक जानकारी का इंतजार है।
विकास दुबे को कल उज्जैन से गिरफ्तार किया गया था। #KanpurEncounter pic.twitter.com/QY17h0qRYK
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 10, 2020
पुलिस ने भी बचाव में उस पर गोलियां चलाईं। जिस पर मोस्ट वांटेड के सिर और सीने में गोली लगी। पुलिस का कहना है कि वो घायल विकास दुबे को अस्पताल लेकर पहुंची, लेकिन तब तक उसकी मौत हो गई। डॉक्टरों ने विकास दुबे को मृत घोषित कर दिया। खास बात ये है कि तड़के 3 बजकर 13 मिनट पर झांसी के रक्सा टोल प्लाजा पर एसटीएफ टीम की गाड़ियों का काफिला निकला।
इसके बाद इस टोल प्लाजा पर ट्रैफिक को सुरक्षा कारणों से पूरी तरह रोक दिया गया। कल उज्जैन के महाकाल मंदिर परिसर में गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ की टीम उसे पूछताछ के लिए कानपुर लेकर रवाना हुई थी। लेकिन कानपुर पहुंचने से पहले ही भउती के पास उस गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया, जिसमें विकास दुबे सवार था। इसके बाद उसने पुलिस की पिस्तौल लूटकर भागी और ये एनकाउंटर हुआ।