Reported By: Neeraj Yogi
,गुना। Lakhpati Didi Conference : गुना जिले की लखपति दीदी गंगा अहिरवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मध्यप्रदेश की लखपति दीदियों से संवाद कर उन्हें सम्मानित किया यह कार्यक्रम महाराष्ट्र के जलगांव में आयोजित हुआ। मोदी ने मध्यप्रदेश की लखपति दीदियों को सम्मान-पत्र दिया। केन्द्र सरकार के सौ दिनों में लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य मिलने के बाद मध्यप्रदेश में 96 हजार 240 बहनें लखपति दीदी बन गईं। इनको मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की ओर से वित्तीय सहायता, बाज़ार सहायता एवं तकनीकी सहायता दी गई है। इनके स्व-सहायता समूहों के उत्पादों की पहुंच बड़े बाजारों तक बनाने के लिये डिजीटल प्लेटफार्म पर लाकर ऑनलाईन मार्केटिंग की जा रही है।
Lakhpati Didi Conference : उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश में गठित लगभग पांच लाख महिला स्व-सहायता समूहों से गांवों के लगभग 62 लाख गरीब परिवार जुड़ गये हैं और वे सामाजिक-आर्थिक रूप से सशक्त बन रहे हैं। लखपति दीदी बनने की संभावना वाली स्व-सहायता समूह की सदस्य बहनों की पहचान लखपति सीआरपी (सामुदायिक स्त्रोत व्यक्ति) दीदियां कर रही है। ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि लखपति दीदियां मध्यप्रदेश का गौरव हैं। जोड़ा जाता है एवं उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास किये जा रहें है। समय-समय पर आवश्यकता होने पर समूह सदस्यों को उनके उद्यम से संबंधित दिशा निर्देश बिजनेस प्लान में सहयोग किया जाता है। जलगांव के कार्यक्रम के बाद मध्यप्रदेश के संकुल स्तरीय संघ (सीएलएफ) स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे, जहां सीएलएफ की समस्त लखपति दीदियों को सम्मान-पत्र दिये जायेंगे।
प्रदेश के सभी जिलों में महिला स्व-सहायता समूहों को लगभग 110 करोड़ रूपये बैंक ऋण (सीसीएल) राशि दी जायेगी। और लगभग 171 करोड़ सामुदायिक निवेश निधि (आरएफ सीआईएफ) का वितरण किया जायेगा। गुना जिले के मुहालपुर गांव की गंगा अहिरवार ने 28 वर्ष की कम उम्र में कमाल कर दिया। लगभग 7 साल पहले 44 महिलाओं के साथ मिलकर उमा स्व-सहायता समूह बनाया। इस समूह के माध्यम से वर्ष 2019 में कलेक्ट्रेट परिसर में केन्टीन लगाई और नाश्ता-चाय से जो आय हुई उससे घर का खर्च उठाया। भारत सरकार की 100 दिवस की कार्ययोजना में गंगा दीदी को संभावित लखपति दीदी के रूप में चयनित किया गया था। गंगा दीदी ने कलेक्ट्रेट परिसर गुना में वर्ष 2019 से केन्टीन का संचालन कर रही थी। चाय-नाश्ता बनाकर उनको 800 रू रोज की बिक्री होती थी।
चूंकि गंगा दीदी ने आई.एच.एम. भोपाल से पाककला का प्रशिक्षण लिया था। उन्होंने नाश्ते के साथ-साथ भोजन एवं टिफिन सेवा शुरू कर दी। बाद में केन्टीन विस्तार करते हुये भोजनालय प्रारम्भ किया, जिससे लगभग 15-20 हजार रूपये बचत हर महीने होने लगी। लगभग 40-60 टिफिन हर दिन जाने लगे। अब गंगा दीदी को केन्टीन, उन्नत कृषि कार्य, फलोद्यान, सिलाई जैसे काम करते हुए पिछले तीन महीनों से निरन्तर लगभग 15-20 हजार रूपये मासिक आय होने लगी है। वे लखपति दीदी की श्रेणी में शामिल हो गई है!
इस बीच, सीएम डॉ. मोहन यादव ने पोस्ट शेयर कर लिखा कि माननीय प्रधानमंत्री ने आज महाराष्ट्र के जलगांव में आयोजित “लखपति दीदी सम्मेलन” में मध्यप्रदेश के गुना जिले की श्रीमती गंगा अहिरवार को उमा स्व-सहायता समूह द्वारा ग्राम मुहल्पुर में उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित किया है। यह सम्मान न केवल गंगा बहन की कड़ी मेहनत और समर्पण का प्रतीक है, बल्कि मध्यप्रदेश में नारी सशक्तिकरण की दिशा में उठाए गए कदमों की सफलता को भी दर्शाता है। यह उपलब्धि सभी स्व-सहायता समूहों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी। गंगा अहिरवार को इस अद्वितीय उपलब्धि पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
माननीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी ने आज महाराष्ट्र के जलगांव में आयोजित “लखपति दीदी सम्मेलन” में मध्यप्रदेश के गुना जिले की श्रीमती गंगा अहिरवार को उमा स्व-सहायता समूह द्वारा ग्राम मुहल्पुर में उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित किया है।
यह सम्मान न केवल गंगा बहन की… pic.twitter.com/cnNgsHh9Ex
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) August 25, 2024