नयी दिल्ली, 17 दिसंबर (भाषा) आम आदमी पार्टी (आप) के नेता जैस्मीन शाह की नयी किताब ‘द दिल्ली मॉडल’ में भारतीय शासन पद्धति में आमूलचूल परिवर्तन का आह्वान किया गया है और इस बात पर जोर दिया गया है कि देश का भविष्य लोगों को सशक्त बनाने में निहित है।
जैस्मीन शाह की इस पुस्तक का विमोचन आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने रविवार को किया था। इस पुस्तक में बताया गया है कि किस प्रकार दिल्ली सरकार द्वारा मानव पूंजी विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और पर्यावरणीय स्थिरता पर ध्यान केंद्रित करने से उल्लेखनीय परिणाम सामने आए हैं।
दिल्ली में आप की नीतियों का विश्लेषण करते हुए शाह का तर्क है कि शहर की सफलता कॉर्पोरेट हितों और कर कटौती पर जन कल्याण को प्राथमिकता देने का परिणाम है।
जैस्मीन शाह मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) के अब्दुल लतीफ जमील पॉवर्टी एक्शन लैब में उप निदेशक के रूप में काम कर चुके हैं और उन्होंने कोलंबिया विश्वविद्यालय से लोक प्रशासन विषय में स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की है।
शाह ने अपनी पुस्तक में इस बात पर जोर दिया है कि दिल्ली का दृष्टिकोण इस ‘पुराने’ सिद्धांत से बिल्कुल अलग है, तथा इसके बजाय ऐसी नीतियों पर ध्यान केंद्रित किया जाता है, जो लोगों, विशेषकर हाशिए पर पड़े लोगों का उत्थान करती हैं।
शाह ने पुस्तक के विमोचन पर कहा, ‘‘दिल्ली मॉडल मानव पूंजी विकास और सभी नागरिकों के लिए बेहतर सेवा वितरण पर केंद्रित है, जबकि गुजरात जैसे राज्यों में कर कटौती और कॉर्पोरेट प्रोत्साहन के असफल मॉडल अपनाए गए हैं। ’’
शाह ने बताया कि दिल्ली के बजट का 25 प्रतिशत से अधिक हिस्सा बुनियादी ढांचे में सुधार, शिक्षकों की भर्ती और शैक्षिक परिणामों को बढ़ाने के लिए आवंटित किया गया है।
भाषा रवि कांत दिलीप
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