अवैध आव्रजन गिरोह चलाने के आरोप में राष्ट्रीय स्तर का पूर्व कबड्डी खिलाड़ी गिरफ्तार

अवैध आव्रजन गिरोह चलाने के आरोप में राष्ट्रीय स्तर का पूर्व कबड्डी खिलाड़ी गिरफ्तार

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  • Publish Date - January 21, 2025 / 08:36 PM IST,
    Updated On - January 21, 2025 / 08:36 PM IST

नयी दिल्ली, 21 जनवरी (भाषा) इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (आईजीआई) हवाई अड्डा पुलिस ने राष्ट्रीय स्तर के एक पूर्व कबड्डी खिलाड़ी को अवैध आव्रजन गिरोह चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

अधिकारी ने बताया कि आरोपी मनदीप सिंह (42) धोखाधड़ी के जरिये अमेरिका की अनधिकृत यात्राएं करा रहा था।

उन्होंने बताया कि आरोपी पंजाब के कपूरथला के तलवंडी चौधरियां गांव का रहने वाला है।

अधिकारी ने बताया कि मामला तब प्रकाश में आया, जब 14 दिसंबर को जालंधर के रहने वाले 20 वर्षीय मनिंदर पाल सिंह को आईजीआई हवाई अड्डे पर अपने पासपोर्ट में हेरफेर करने के आरोप में पकड़ा गया।

उन्होंने बताया कि जांच में नकली वीजा और आव्रजन स्टांप वाले गायब पन्ने मिले, जो एक घोटाले की ओर इशारा करते हैं।

अधिकारी ने बताया कि मनिंदर ने खुलासा किया कि मनदीप सिंह ने 41 लाख रुपये लेकर अवैध मार्गों से अमेरिका पहुंचाने का आश्वासन दिया था।

उन्होंने बताया कि कजाकिस्तान, दुबई, सेनेगल, लीबिया, निकारागुआ, होंडुरास, ग्वाटेमाला और मेक्सिको के रास्ते तय की गई इस यात्रा में अवैध प्रवास को छिपाने के लिए जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल किया गया।

अधिकारी ने बताया कि सिंह के निर्देशों का पालन करते हुए मनिंदर ने हेरफेर किए गए पासपोर्ट के पन्नों को हटा दिया, लेकिन अमेरिकी अधिकारियों ने धोखाधड़ी का पता लगा लिया, जिसके कारण उसे देश से बाहर कर दिया गया। पुलिस ने बताया कि सिंह कपूरथला में एक आईईएलटीएस कोचिंग सेंटर की आड़ में अपना गिरोह चला रहा था।

पुलिस के मुताबिक, सरकारी स्कूल में शारीरिक प्रशिक्षण शिक्षक के पद पर होने के बावजूद सिंह जल्दी पैसा कमाने के लिए सक्रिय रूप से आव्रजन धोखाधड़ी में शामिल था।

अधिकारी ने बताया, “एक टीम गठित की गई और सिंह को मोगा से गिरफ्तार किया गया। उसके पास से एक लाइसेंसी पिस्तौल बरामद की गई। पूछताछ के दौरान सिंह ने अपनी संलिप्तता कबूल कर ली।”

उन्होंने बताया कि सिंह अपने स्कूली दिनों में राष्ट्रीय स्तर का कबड्डी और हैंडबॉल खिलाड़ी था, उसने उच्च शिक्षा प्राप्त की और शिक्षक की नौकरी हासिल की।

हालांकि, जल्दी पैसे कमाने के लालच में आकर उसने अपने नेटवर्क का फायदा उठाया।

भाषा जितेंद्र दिलीप

दिलीप