Former Minister Kawasi Lakhma Arrested : रायपुर: प्रदेश में शराब घोटाले को लेकर सियासी माहौल गरमाया हुआ है। भूपेश सरकार में आबकारी मंत्री रहे कवासी लखमा को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें 21 जनवरी तक रिमांड पर भेजा गया है। इस कार्रवाई के बाद राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है।
कवासी लखमा की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस नेताओं ने इसे राजनीतिक दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई करार दिया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने भाजपा पर तीखा हमला बोला। इन नेताओं ने इसे केंद्र सरकार द्वारा विपक्ष को दबाने की साजिश बताया।
Former Minister Kawasi Lakhma Arrested : कवासी लखमा की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट ने इस बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में दीपक बैज, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, डॉ. चरणदास महंत, टीएस सिंहदेव सहित कई दिग्गज नेता शामिल हुए।
बैठक में संगठन को मजबूत करने और आगामी निकाय चुनावों की रणनीति पर चर्चा की गई। ताम्रध्वज साहू, मोहन मरकाम और फुलोदेवी नेताम जैसे वरिष्ठ नेता भी बैठक में मौजूद रहे। कांग्रेस के नए मुख्यालय ‘इंदिरा भवन’ में हुई इस बैठक में तीनों प्रभारी सचिवों ने भी हिस्सा लिया।
Former Minister Kawasi Lakhma Arrested : कांग्रेस नेताओं का कहना है कि भाजपा लोकतांत्रिक मूल्यों को कमजोर करने का प्रयास कर रही है। पार्टी ने एकजुट होकर इस कार्रवाई का सामना करने और जनता के बीच अपनी बात पहुंचाने की रणनीति बनाई है। इस पूरे मामले ने प्रदेश की राजनीति को गर्मा दिया है और आने वाले दिनों में सियासी टकराव और बढ़ने की संभावना है।
यही वह प्रश्न है जिसे विधानसभा में पूछने पर कवासी लखमा जी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
जिस दिन यह प्रश्न पूछा गया उसके कुछ ही घंटों में कवासी लखमा जी के यहां छापा पड़ गया था और उसके कुछ ही दिनों बाद आज उनकी गिरफ्तारी भी हो गयी।
ये कोई संयोग नहीं हो सकता…
भाजपा राज में यदि आप… pic.twitter.com/nxrcS7hDlY
— Deepak Baij (@DeepakBaijINC) January 15, 2025
वरिष्ठ आदिवासी नेता पूर्व मंत्री श्री कवासी लखमा जी की गिरफ्तारी भाजपा के राष्ट्रीय चरित्र द्वेषपूर्ण राजनीति का एक जीवंत उदाहरण है।
कांग्रेस एवं विपक्षी नेताओं को जाँच के नाम पर सरकारी एजेंसीयों द्वारा फंसाना और बदनाम कर गिरफ्तारी करना यह भाजपा की गंदी राजनीति का खेल है।
एक…
— Dr. Charan Das Mahant (@DrCharandas) January 15, 2025
एक बात तो स्पष्ट है कि कवासी लखमा जी भाजपा सरकार का भ्रष्टाचार उजागर करने की क़ीमत चुका रहे हैं।
अगर वे विधानसभा में आचार संहिता के बीच बिना टेंडर पुल बनाने का मामला न उठाते और सरकार बेबसी में भ्रष्टाचार स्वीकार न करती तो ईडी उन तक न पहुंचती।
वरना 21-22 के मामले में तीन साल की… pic.twitter.com/xYclYfMSmc
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) January 15, 2025
कवासी लखमा जी की गिरफ्तारी भाजपा की कुख्यात द्वेषपूर्ण राजनीति का एक और उदाहरण है।
विपक्ष के नेताओं को फंसाना और उनपर जबरन दबाव बनाना – भाजपा के गंदे खेल ने सरकारी संस्थाओं और जांच एजेंसियों की निष्पक्षता और काबिलियत पर से देश का विश्वास खत्म कर दिया है।
इस संघर्ष के समय में…
— T S Singhdeo (@TS_SinghDeo) January 15, 2025