नयी दिल्ली, छह नवंबर (भाषा) कनाडा और चीन के साथ भारत के संबंधों पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर की अध्यक्षता वाली संसदीय समिति के समक्ष विदेश सचिव विक्रम मिस्री की निर्धारित ‘ब्रीफिंग’ बुधवार को नहीं हुई।
हालांकि, सूत्रों का कहना है कि बाद विदेश सचिव इस मामले पर समिति के समक्ष जानकारी देंगे।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2024-25 के लिए अनुदान की मांगों पर विदेश मंत्रालय के प्रतिनिधिमंडल की ‘ब्रीफिंग’ विदेश मामलों से संबंधित स्थायी समिति के समक्ष काफी देर तक चली और यह निर्णय लिया गया कि इन मुद्दों पर जानकारी बाद की बैठक में दी जाएगी।
एक सांसद ने बताया कि मंत्रालय के अधिकारियों की कुछ अन्य व्यस्तताएं थीं तथा समिति की बैठक अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव परिणाम वाले दिन भी थी।
खालिस्तानी चरमपंथी की हत्या में भारत सरकार की कथित संलिप्तता के कनाडा के आरोप के बाद से ओटावा के साथ भारत के संबंध खराब हो गए हैं। भारत ने कनाडा के आरोपों को खारिज किया है और उस पर आतंकवादी तत्वों को पनाह देने का आरोप लगाया है।
लद्दाख गतिरोध के बाद चीन के साथ भारत के संबंधों में भी कड़वाहट आई थी, हालांकि पिछले दिनों दोनों देशों ने इसका समाधान निकाल लिया।
समिति में शामिल कुछ सदस्यों का कहना था कि अगली बैठक राज्य विधानसभा चुनावों और उपचुनावों के बाद होनी चाहिए।
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