नयी दिल्ली : Fog for 24 hours in Delhi कड़ाके की ठंड से ठिठुर रहे उत्तर भारत के लोगों के लिए राहत की खबर है। अगले चार दिनों तक राजधानी दिल्ली और उत्तर प्रदेश सहित उत्तर भारत में शीत लहर की स्थिति की संभावना नहीं है। हालांकि अगले चौबीस घंटों के दौरान इन क्षेत्रों में घना कोहरा छाया रहेगा। पिछले चौबीस घंटों के दौरान मौसम की बात करें तो दिल्ली में मंगलवार को शीतलहर की स्थिति से उत्तर पश्चिमी भारत को प्रभावित करने वाले एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ के कारण थोड़ी राहत मिली। इस वजह से उत्तर भारत के कई इलाकों में तापमान में एक से तीन डिग्री सेल्सियस तक की वृद्धि दर्ज की गई। राजस्थान के चुरु में सबसे कम 1.5 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज हुआ। हालांकि घने कोहरे के कारण दृश्यता घटकर 50 मीटर रह गई जिससे सड़क तथा रेल यातायात प्रभावित हुआ।
Fog for 24 hours in Delhi दिल्ली के प्राथमिक मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला में न्यूनतम तापमान सोमवार को 3.8 डिग्री सेल्सियस के मुकाबले, आज मंगलवार को 6.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। लोधी रोड और पालम के मौसम केंद्रों ने न्यूनतम तापमान क्रमश: 6.4 डिग्री सेल्सियस और 7.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। इससे पहले, दिल्ली में सोमवार को न्यूनतम तापमान 3.8 डिग्री सेल्सियस, रविवार को 1.9 डिग्री सेल्सियस, शनिवार को 2.2 डिग्री सेल्सियस, शुक्रवार को 4 डिग्री सेल्सियस, बृहस्पतिवार को 3 डिग्री सेल्सियस और बुधवार को 4.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
Read More : Union Budget 2023 : खुशखबरी… बजट से इन लोगों को मिलेगी राहत, सरकार ने कर ली ये तैयारियां
पंजाब और हरियाणा में मंगलवार को ज्यादातर स्थानों पर कड़ाके की ठंड रही और सुबह घने कोहरे के कारण दृश्यता में भी गिरावट दर्ज की गई। पंजाब के बठिंडा में तापमान सामान्य से दो डिग्री कम 2.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अमृतसर में न्यूनतम तापमान 9.2 डिग्री सेल्सियस, लुधियाना में 8.2 डिग्री सेल्सियस, पटियाला में 7.9 डिग्री सेल्सियस, पठानकोट में 10.4 डिग्री सेल्सियस, फरीदकोट में छह डिग्री सेल्सियस और गुरदासपुर में 6.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
Read More : 6 साल का मासूम बोरवेल में गिरा, मौके पर पहुंची NDRF की टीम, माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के ताजा बुलेटिन के अनुसार, ‘‘उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों से शीत लहर की स्थिति कम हो गई है और अगले चार दिनों के दौरान उत्तर भारत में शीत लहर की स्थिति की संभावना नहीं है।’’ मौसम विज्ञानी तीव्र ठंड के लंबे दौर के लिए दो पश्चिमी विक्षोभों के बीच एक बड़े अंतर को जिम्मेदार ठहराते हैं, जिसका अर्थ है कि बर्फ से ढके पहाड़ों से ठंडी हवाएं सामान्य से अधिक समय तक चलीं। आईएमडी के एक अधिकारी ने कहा कि जब एक पश्चिमी विक्षोभ (मध्य पूर्व से आने वाली गर्म नम हवाओं वाली एक मौसम प्रणाली) एक क्षेत्र में पहुंचता है, तो हवा की दिशा बदल जाती है। इसलिए, पहाड़ों से उत्तर-पश्चिमी ठंडी हवाएं कुछ दिनों के लिए बहना बंद कर देंगी, जिससे तापमान में वृद्धि होगी।
Read More : IND vs SL ODI Live Update : टीम इंडिया को तीसरा झटका, रोहित के बाद श्रेयस भी आउट
मौसम विभाग ने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण अगले तीन दिनों में उत्तर पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस तक की वृद्धि हो सकती है, जबकि अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस तक जाने की संभावना है। उसने कहा अगले चौबीस घंटों के दौरान पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में घना कोहरा छाया रहेगा और ठंड की स्थिति बनी रहेगी। आईएमडी ने कहा कि हालांकि इसके बाद इस स्थिति में सुधार की संभावना है।