नई दिल्ली : Jagdeep Dhankhar relation with Rajasthan : NDA की तरफ से उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया है। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को NDA ने अपना उम्मीदवार बनाया है। जगदीप धनखड़ ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात भी की थी। इस मुलाकात के चंद घंटों के बाद ही भाजपा द्वारा उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में उनके नाम की औपचारिक घोषणा कर दी गई।
Jagdeep Dhankhar relation with Rajasthan : बता दें कि पश्चिम बंगाल के राजयपाल जगदीप धनखड़ एक समय में राजस्थान की सियासत का चर्चित चेहरा रह चूकें हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने निर्णय की जानकारी देते हुए कहा कि उपराष्ट्रपति के उम्मीदवार के चयन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई संसदीय बोर्ड बैठक में कई नामों पर चर्चा हुई। काफी मंथन के बाद हम इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि हम अपने किसान पुत्र जगदीप धनखड़ जी का नाम आगे करते हैं। अगर वह जीतते हैं तो देश के पहले ओबीसी उपराष्ट्रपति होंगे। उनके नाम की घोषणा के बाद पीएम मोदी ने अपने एक ट्वीट में कहा कि गर्व के है कि जगदीप धनखड़ हमारे उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार होंगे। पीएम मोदी ने कहा कि जगदीप धनखड़ ने हमेशा किसानों, युवाओं, महिलाओं और हाशिये पर मौजूद तबकों के लिए काम किया है।
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Jagdeep Dhankhar relation with Rajasthan : दरअसल, देश में 6 अगस्त को उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने हैं, जिसके नतीजे 11 अगस्त को आएंगे। वर्तमान में पश्चिम बंगाल के गवर्नर और सुप्रीम कोर्ट अधिवक्ता रह चुके धनखड़ का राजस्थान से गहरा नाता है। जन्म स्थली झुंझुनूं तो कर्मस्थली जयपुर हाईकोर्ट रहा। राजस्थान हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के प्रेसिडेंट रह चुके हैं। धनखड़ सियासत के मंजे हुए खिलाड़ी रहे हैं। 11 साल कांग्रेस में रहे हैं। उनके बहनोई धर्मपाल चौधरी अलवर कोर्ट में वरिष्ठ अधिवक्ता हैं।
Jagdeep Dhankhar relation with Rajasthan : जगदीप धनखड़ कानून, सियासत, सियासी दांवपेंच के लिए जाने जाते हैं। राजस्थान की जाट बिरादरी आते हैं। राजस्थान में जाटों को आरक्षण दिलवाने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी। इस समुदाय में धनखड़ की अच्छी खासी साख है। धनखड़ केंद्रीय मंत्री भी रहे। झुंझुनूं से 1989 से 91 तक वे जनता दल से सांसद रहे। बाद में उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया। अजमेर से कांग्रेस टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा लेकिन हार गए। बाद में 2003 में धनखड़ बीजेपी में शामिल हो गए और किशनगढ़ से विधायक चुने गए।
Jagdeep Dhankhar relation with Rajasthan : राजस्थान में अगले वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं। जाट समाज के जगदीप धनखड़ को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाकर भाजपा ने कई समीकरण साधे हैं। राजस्थान में जाटों को आरक्षण दिलाने में भी उनकी अहम भूमिका रही है। झुंझनू और अजमेर में धनखड़ का प्रभाव रहा है। झुंझनू से वह सांसद रहे हैं। किशनगढ़ से विधायक रह चुके हैं।