कानपुर (उप्र), चार जुलाई (भाषा) लोकसभा चुनाव के कुछ दिन बाद पुलिस अधीक्षक (कानपुर देहात) के कैंप कार्यालय के सामने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक वरिष्ठ नेता और उनके समर्थकों द्वारा किए गए धरना प्रदर्शन को कवर करने के आरोप में एक टीवी पत्रकार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अकबरपुर पुलिस ने रिपोर्टर विकास धीमान पर मानहानि का आरोप लगाया है। उपनिरीक्षक रजनीश कुमार वर्मा ने 27 जून को प्राथमिकी दर्ज कराई थी और मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
जिला पुलिस प्रमुख बीबीजीटीएस मूर्ति ‘पीटीआई-भाषा’ से फोन पर की गई बातचीत में बताया कि खबर ‘‘योगी सरकार के मंत्री के पति और पूर्व संसद की नहीं सुन रही पुलिस’’ शीर्षक से प्रसारित की गई और इससे कथित तौर पर पुलिस अधीक्षक की छवि खराब की गई।
पुलिस द्वारा दर्ज प्राथमिकी के मुताबिक उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री प्रतिभा शुक्ला के पति एवं पूर्व सांसद अनिल शुक्ला वारसी कथित तौर पर पुलिस अधीक्षक कानपुर देहात के कैंप कार्यालय में धरने पर बैठ गए क्योंकि अधिकारी ने उनसे मिलने के लिए अपने कार्यालय से बाहर आने से इनकार कर दिया था।
शिकायत में कहा गया है कि पुलिस अधीक्षक खुद अपने कमरे से बाहर निकले और भाजपा नेता को अंदर ले गए और चाय के साथ नाश्ता कराया।
विकास धीमान ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि उन्होंने अपना आधिकारिक कर्तव्य निभाया क्योंकि विरोध प्रदर्शन को कवर करना मीडिया की जिम्मेदारी थी और यह कोई अपराध नहीं था।
उन्होंने आरोप लगाया कि खबर कवर करने के लिए प्राथमिकी दर्ज करने का पुलिस का कृत्य मीडिया को “डराने” का प्रयास है।
भाषा सं जफर
धीरज
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