उप्र : मेडिकल छात्र की मृत्यु के मामले में तीन डॉक्टरों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज

उप्र : मेडिकल छात्र की मृत्यु के मामले में तीन डॉक्टरों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज

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  • Publish Date - September 30, 2024 / 05:08 PM IST,
    Updated On - September 30, 2024 / 05:08 PM IST

प्रयागराज, 30 सितंबर (भाषा) मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के एमएस के छात्र डॉक्टर कार्तिकेय श्रीवास्तव की संदिग्ध स्थिति में मृत्यु के मामले में कोतवाली पुलिस ने स्वरूपरानी नेहरू (एसआरएन) अस्पताल के तीन डॉक्टरों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी।

पुलिस उपायुक्त (नगर) अभिषेक भारती ने बताया कि मृतक की बहन डॉक्टर अदिति श्रीवास्तव की तहरीर पर एसआरएन के डॉक्टर शिवम गुप्ता, डॉक्टर सचिन यादव और डॉक्टर अनामिका के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 103 (हत्या) के तहत रविवार देर रात मामला दर्ज किया गया।

उन्होंने बताया कि मृतक कार्तिकेय श्रीवास्तव की पोस्टमार्टम की अंतिम रिपोर्ट आनी बाकी है जिसके बाद ही मृत्यु के वास्तविक कारण का पता चल सकेगा।

प्राथमिकी में अदिति का आरोप है कि उनका भाई जब जूनियर रेजीडेंट (1) में था तब से ही उसके द्वितीय वर्ष के सीनियर शिवम गुप्ता उसका शारीरिक और मानसिक शोषण करते थे। इस बारे में कार्तिकेय ने कई बार एसोसिएट प्रोफेसर (आर्थो) सचिन यादव से शिकायत की थी, लेकिन सचिन ने कोई कार्रवाई नहीं की।

तहरीर के मुताबिक, कार्तिकेय के पैर में डीवीटी की समस्या है, यह जानते हुए भी सचिन यादव ने उससे 36 से 48 घंटे खड़े करके ड्यूटी कराई जाती थी। इसके अलावा, वर्तमान में जेआर (2) नेत्र रोग विशेषज्ञ अनामिका नाम की लड़की एक वर्ष तक कार्तिकेय की मित्र रही जिसने अचानक कार्तिकेय से बात करना बंद कर दिया।

तहरीर में कहा गया कि जब कार्तिकेय ने इस बारे में अनामिका से बात की तो उसने कहा कि वह किसी और के साथ है। इसके बाद, कार्तिकेय ने कभी उसे फोन नहीं किया, लेकिन अनामिका बीच-बीच में उसे फोन करती थी।

तहरीर में आशंका जताई गई है कि अनामिका के मित्र ने कार्तिकेय को रास्ते से हटाने के लिए उसकी हत्या की हो।

उल्लेखनीय है कि आर्थो (हड्डी रोग) विभाग के एमएस के द्वितीय वर्ष के छात्र डॉक्टर कार्तिकेय श्रीवास्तव मोतीलाल नेहरू मेडिकल से संबद्ध एसआरएन अस्पताल में शनिवार की रात अपनी कार में मृत पाए गए थे।

भाषा

राजेंद्र, रवि कांत रवि कांत