हैदराबाद, 11 दिसंबर (भाषा) दिग्गज तेलुगू अभिनेता मोहन बाबू के खिलाफ यहां एक वीडियो पत्रकार पर हमला करने के आरोप में एक मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी।
संबंधित घटनाक्रम में मोहन बाबू और उनके दो बेटों विष्णु एवं मनोज को भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 126 के तहत संभावित रूप से शांति भंग होने को लेकर 11 दिसंबर को रचकोंडा पुलिस आयुक्त के समक्ष उपस्थित होने के लिए नोटिस जारी किया गया, जिसके बाद मनोज पुलिस आयुक्त के समक्ष पेश हुए।
मोहन बाबू और विष्णु ने उन्हें जारी किए गए नोटिस को निलंबित करने के लिए तेलंगाना उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। अदालत ने उन्हें राहत देते हुए नोटिस को 24 दिसंबर तक के लिए टाल दिया।
अदालत ने पुलिस को अगली सुनवाई होने तक याचिकाकर्ताओं (मोहन बाबू और विष्णु) के घर और आस-पास के इलाके में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए हर दो घंटे में निगरानी करने का निर्देश भी दिया। मामले की अगली सुनवाई के लिए 24 दिसंबर की तारीख तय की गई है।
पत्रकार ने शिकायत में कहा कि जब वह मोहन बाबू और उनके छोटे बेटे मनोज के बीच ‘‘विवाद’’ को ‘कवर’ करने के लिए 10 दिसंबर को जलपल्ली स्थित उनके आवास पर पहुंचे तो तेलुगू अभिनेता मोहन बाबू ने उन पर हमला कर दिया।
पत्रकार ने आरोप लगाया कि अभिनेता ने उनका माइक्रोफोन छीन लिया और अपमानजनक एवं अभद्र भाषा का प्रयोग किया तथा उन पर हमला कर दिया जिससे उनके (पत्रकार) सिर में चोट लग गई।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि 35 वर्षीय पत्रकार की शिकायत के आधार पर पहाड़ीशरीफ थाने में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 118 (1) (खतरनाक हथियारों या पदार्थों का उपयोग करके स्वेच्छा से चोट पहुंचाना) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इस ‘‘हमले’’ की निंदा करते हुए मीडियाकर्मियों ने बुधवार को विरोध प्रदर्शन किया और मोहन बाबू से माफी की मांग की।
तेलंगाना के परिवहन मंत्री पोन्नम प्रभाकर ने कहा कि घटना की जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
मोहन बाबू के बड़े बेटे विष्णु ने आज पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि वह पारिवारिक मुद्दे पर कुछ नहीं बोलेंगे और उम्मीद जताई कि यह मामला सौहार्दपूर्ण तरीके से सुलझ जाएगा। उन्होंने मीडिया से मामले को सनसनीखेज नहीं बनाने का अनुरोध किया।
पत्रकार पर हुए ‘‘हमले’ पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि यह जानबूझकर नहीं किया गया।
मनोज ने अलग से संवाददाताओं से मुलाकात की और अपने पिता एवं बड़े भाई की ओर से घटना के लिए मीडियाकर्मियों से माफी मांगी।
इस बीच, अभिनेता मोहन बाबू को तबियत खराब होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया।
मोहन बाबू के परिवार के भीतर मतभेद नौ दिसंबर को तब सार्वजनिक हो गए जब उन्होंने पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई कि मनोज और उनकी पत्नी ने धमकी तथा बल के माध्यम से जलपल्ली स्थित घर पर कब्जा करने की योजना बनाई है।
हालांकि, मनोज ने बुधवार को दोहराया कि उनकी लड़ाई संपत्ति में हिस्सेदारी के लिए नहीं बल्कि आत्मसम्मान और अपनी पत्नी तथा बच्चों की सुरक्षा के लिए है। उन्होंने कहा कि वह पहले ही अपने परिवार के लिएए पुलिस सुरक्षा की मांग कर चुके हैं।
भाषा सिम्मी अमित
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