महाराष्ट्र। Musician Sanjay Marathe Passes Away: प्रसिद्ध शास्त्रीय गायक और हारमोनियम वादक पंडित संजय राम मराठे का आज यानी 16 दिसंबर को 68 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया। मिली जानकारी के अनुसार उनके परिवार के सदस्यों ने बताया कि, कलाकार को दिल का गंभीर दौरा पड़ा था और उन्हें ठाणे के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां रविवार रात उनका निधन हो गया। बता दें कि, वह प्रसिद्ध संगीतकार पंडित राम मराठे के सबसे बड़े पुत्र थे।
पंडित संजय मराठे अपने पीछे भारतीय शास्त्रीय संगीत और रंगमंच की विरासत छोड़ गए हैं। हारमोनियम वादन और मधुर गायन में महारत रखने वाले मराठे को बहुत सम्मान प्राप्त था और उन्होंने इस वर्ष अपने पिता की सौवीं जयंती के अवसर पर आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से भाग लिया था। अपने छोटे भाई मुकुंद मराठे के सहयोग से पंडित संजय मराठे ने अपने पिता की सौवीं जयंती के उपलक्ष्य में प्रसिद्ध मराठी संगीत नाटक ‘संगीत मंदारमाला’ का फिर से मंचन किया।
Musician Sanjay Marathe Passes Away: इस प्रस्तुति को पारंपरिक मराठी संगीत नाटक के सार को संरक्षित करते हुए अपने अभिनव प्रयोगों के कारण व्यापक प्रशंसा मिली। पंडित संजय मराठे के परिवार में उनकी पत्नी, एक बेटा और पोती हैं।
संगीतकार संजय मराठे के निधन की जानकारी हाल ही में मीडिया के माध्यम से प्राप्त हुई। उनकी मृत्यु से संगीत जगत में गहरा शोक छा गया है।
संजय मराठे ने अपने संगीत से कई फिल्मों और गीतों को संजीवनी दी थी। उनका संगीत भारतीय संगीत उद्योग में एक अमिट छाप छोड़ गया।
संजय मराठे का परिवार एक निजी जीवन जीता है, और उनके परिवार के बारे में अधिक जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है।
संजय मराठे के निधन से भारतीय संगीत प्रेमियों में गहरा दुख है, क्योंकि उनका संगीत उद्योग में एक बड़ा योगदान था।
अभी तक संगीतकार संजय मराठे की याद में कोई विशेष श्रद्धांजलि कार्यक्रम की घोषणा नहीं की गई है, लेकिन उनके योगदान को याद करते हुए लोग उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं।