नयी दिल्ली, 23 दिसंबर (भाषा) विदेश मंत्री एस. जयशंकर मंगलवार से अमेरिका की छह दिवसीय यात्रा शुरू करेंगे। डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद यह भारत की तरफ से पहली उच्च स्तरीय यात्रा होगी।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि जयशंकर अपने समकक्षों के साथ बैठक कर प्रमुख द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
विदेश मंत्रालय (एमईए) ने एक संक्षिप्त बयान में कहा, “विदेश मंत्री एस. जयशंकर 24-29 दिसंबर तक अमेरिका की यात्रा पर रहेंगे।”
इसमें कहा गया है कि जयशंकर अमेरिका में भारत के महावाणिज्य दूतों के सम्मेलन की अध्यक्षता भी करेंगे।
जयशंकर अपने अमेरिकी समकक्ष एंटनी ब्लिंकन और अन्य अधिकारियों के साथ बातचीत करेंगे, जो संभवतः नयी दिल्ली और निवर्तमान बाइडन प्रशासन के बीच अंतिम वार्ता होगी।
अभी यह पता नहीं चल पाया है कि विदेश मंत्री ट्रंप खेमे के किसी पदाधिकारी से मुलाकात करेंगे या नहीं।
रिपब्लिकन नेता 20 जनवरी को दूसरे कार्यकाल के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति का पदभार संभालेंगे। पांच दिसंबर को जयशंकर ने दिल्ली में एक कार्यक्रम में कहा था कि ट्रंप का भारत के प्रति सकारात्मक राजनीतिक दृष्टिकोण रहा है और भारत उनके प्रशासन के साथ “गहरे” संबंध बनाने के लिए कई अन्य देशों की तुलना में अधिक लाभप्रद स्थिति में है।
साथ ही जयशंकर ने कहा कि कई अन्य देशों की तरह भारत के भी कुछ मुद्दे हो सकते हैं और वह उनसे निपटेगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में 2017 से 2021 तक ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान भारत-अमेरिका संबंधों में बड़ी तेजी देखी गई।
बाइडन प्रशासन के तहत दोनों देशों के बीच संबंध उच्च प्रौद्योगिकी और रक्षा सहित विविध क्षेत्रों में और अधिक विस्तारित हुए।
द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के लिए उठाए गए सबसे महत्वपूर्ण कदमों में से एक महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकी पर अमेरिका-भारत पहल या आईसीईटी था।
भाषा प्रशांत माधव
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