अमृतपाल की हिरासत एक साल के लिए बढ़ाना संविधान का उल्लंघन है: शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह बादल

अमृतपाल की हिरासत एक साल के लिए बढ़ाना संविधान का उल्लंघन है: शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह बादल

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  • Publish Date - June 20, 2024 / 09:48 PM IST,
    Updated On - June 20, 2024 / 09:48 PM IST

चंडीगढ़, 20 जून (भाषा) शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने खडूर साहिब से सांसद चुने गये अमृतपाल सिंह की हिरासत एक साल के लिए बढ़ाये जाने का बृहस्पतिवार को जबर्दस्त विरोध किया और पंजाब सरकार के कदम को ‘संविधान तथा मूलभूत मानवाधिकारों एवं नागरिक अधिकारों का स्पष्ट उल्लंघन’ बताया।

राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल की हिरासत 23 अप्रैल, 2024 को एक साल के लिए बढ़ा दी गयी।

‘वारिस पंजाब दे’ नामक संगठन का प्रमुख अमृतपाल एनएसए के तहत अन्य नौ साथियों के साथ असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद है।

बादल ने बृहस्पतिवार को एक बयान में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पर सिख और पंजाब के मुद्दों पर ‘दिल्ली के इशारे पर नाचने’ का आरोप लगाया।

बादल ने आरोप लगाया, ‘‘ पंजाब सरकार के रिकार्ड स्पष्टत: बताते हैं कि इस मामले में एनएसए को बढ़ाने का फैसला भगवंत मान का है। उनका पंजाब विरोधी एवं सिख विरोधी चेहरा अब पूरी तरह बेनकाब हो गया है।’’

उन्होंने कहा कि शिअद ‘‘राज्य में शांति एवं सांप्रदायिक सौहार्द्र के माहौल के लिए पूरी तरह कटिबद्ध है और वह उसे बरकरार रखने के लिए बढ़-चढ़कर प्रयास करता रहेगा।’’

उन्होंने कहा कि शांति एवं सांप्रदायिक सद्भाव के बगैर प्रगति और समृद्धि नहीं हो सकती है और हमारी पार्टी इस संबंध में अपनी जिम्मेदारी से नहीं हटेगी।

बादल ने कहा, ‘‘ साथ ही, हम समान रूप से एनएसए और यूएपीए जैसे दमनकारी काले कानूनों के बिल्कुल खिलाफ हैं।’’

अमृतपाल सिंह के साथ अपनी पार्टी के राजनीतिक एवं वैचारिक मतभेद से ऊपर उठते हुए बादल ने कहा कि इस मामले में एनएसए बढ़ाने का फैसला ‘संविधान तथा मूल मानवाधिकारों एवं नागरिक अधिकारों का स्पष्ट उल्लंघन’ है।

उन्होंने कहा, ‘‘ अमृतपाल के साथ हमारे विचाधारा संबंधी मतभेद के बाद भी हम उसके या किसी अन्य के खिलाफ दमन और अन्याय का विरोध करेंगे, भले ही हमें उसकी कोई भी राजनीतिक कीमत चुकानी पड़े।..’’

बादल ने हाल में लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान लोगों से यह मूल्यांकन करने की अपील की थी कि अमृतपाल को कहीं ‘केंद्रीय एजेंसियों द्वारा खड़ा किया गया तो नहीं है।’

अमृतपाल ने खडूर साहिब लोकसभा क्षेत्र से निर्दलीय चुनाव लड़ा और उसने कांग्रेस प्रत्याशी कुलबीर सिंह जीरा को हरा कर चुनाव जीता।

भाषा राजकुमार माधव

माधव