हरिद्वार, 27 जनवरी (भाषा) हरिद्वार जिले के खानपुर से निर्दलीय विधायक उमेश कुमार के रूड़की स्थित कैंप कार्यालय पर गोलीबारी करने के आरोप में गिरफ्तार पूर्व भाजपा विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन को सोमवार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया ।
इस बीच, चैंपियन की पत्नी कुंवरानी देवयानी द्वारा दर्ज कराए गए मुकदमे के आधार पर गिरफ्तार विधायक कुमार को अदालत ने जमानत पर रिहा कर दिया। कुमार पत्रकार से नेता बने हैं।
खानपुर क्षेत्र के दोनों नेताओं की लंबे समय से चली आ रही तनातनी ने रविवार शाम उस समय उग्र रूप ले लिया जब चैंपियन अपने समर्थकों के साथ कुमार के कैंप कार्यालय पहुंच गए। वहां दोनों के समर्थकों के बीच संघर्ष हुआ और लाठी-डंडे चले।
इस दौरान चैंपियन ने एक-दो राउंड हवाई फायर भी किए। इससे वहां हड़कंप मच गया। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ ।
बताया जा रहा है कि घटना की सूचना मिलने के बाद विधायक कुमार भी अपने समर्थकों के साथ चैंपियन के कार्यालय पहुंच गए और वहां जमकर हंगामा किया तथा कथित तौर पर अपशब्द बोले।
पुलिस ने बताया कि इस दौरान कुमार अपनी पिस्तौल लेकर चैंपियन को ललकार रहे थे और पुलिस बल को उन्हें रोकने में खासी मुश्किल का सामना करना पड़ा।
इस बीच, चैंपियन को देहरादून से गिरफ्तार करके हरिद्वार पुलिस उन्हें रविवार देर रात रानीपुर कोतवाली लायी और सुबह उन्हें न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया।
सरकारी अभियोजन अधिकारी रिंकू वर्मा ने बताया कि चैंपियन को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। अदालत ने चैंपियन की जमानत याचिका भी नामंजूर कर दी।
चैंपियन को जेल भेजे जाने से बाहर खड़े उनके समर्थक नाराज हो गए और उन्होंने जमकर हंगामा करते हुए नारेबाजी की ।
चैंपियन के वकील गोपाल चतुर्वेदी ने कहा कि घटना में किसी को खरोंच तक नहीं आयी, लेकिन पुलिस ने उनके खिलाफ हत्या का प्रयास जैसी संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
उधर, देवयानी द्वारा विधायक के खिलाफ दर्ज मुकदमे पर गिरफ्तार किए गए विधायक कुमार को रोशनाबाद स्थित मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अविनाश कुमार की अदालत में पेश किया गया जिसने उन्हें 40-40 हजार रुपये के दो जमानती और इतनी ही राशि के निजी मुचलका के आधार पर जमानत दे दी।
विधायक कुमार के वकील उत्तम सिंह चौहान ने कहा कि उन पर गोलीबारी जैसा संगीन आरोप नहीं है इसलिए अदालत ने उन्हें जमानत दे दी।
जमानत पर बाहर आने के बाद कुमार ने कहा कि उन्हें अब भी चैंपियन से जान का खतरा बना हुआ है।
उधर, पुलिस रिपोर्ट के बाद हरिद्वार के जिलाधिकारी कामेंद्र सिंह ने चैंपियन, उनकी पत्नी देवयानी और पुत्र दिव्य प्रताप सिंह के नौ शस्त्र लाइसेंस निरस्त कर दिए।
हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोबाल ने बताया था कि पुलिस ने जिलाधिकारी से दोनों पक्षों के असलहों के लाइसेंस निरस्त करने की सिफारिश की है। हालांकि, विधायक के शस्त्र लाइसेंस निरस्तीकरण के बारे में अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है।
चैंपियन की पत्नी देवयानी ने दावा किया कि पहले कुमार ने शनिवार रात उनके लंढौरा स्थित घर पर जाकर कथित रूप से अपशब्द बोले थे जिसकी जानकारी पुलिस को दी गई थी। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा मामले की सुनवाई नहीं किए जाने के बाद अपने ‘सम्मान’ के लिए चैंपियन ने यह कदम उठाया ।
वर्ष 2022 में हुए राज्य विधानसभा चुनाव में कुमार ने चैंपियन की पत्नी को खानपुर क्षेत्र में पराजित किया था जिसके बाद से दोनों नेताओं में तनातनी चल रही है। गोलीबारी की घटना से पहले दोनों नेताओं में लंबे समय से सोशल मीडिया पर जुबानी जंग जारी थी।
भाषा सं दीप्ति
संतोष
संतोष