जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए सभी को आगे आना चाहिए: केंद्रीय मंत्री शेखावत

जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए सभी को आगे आना चाहिए: केंद्रीय मंत्री शेखावत

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  • Publish Date - January 11, 2025 / 06:54 PM IST,
    Updated On - January 11, 2025 / 06:54 PM IST

(फोटो के साथ)

कोलकाता, 11 जनवरी (भाषा) केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने शनिवार को कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को इस धरती का स्वामी नहीं बल्कि इसका संरक्षक बनना चाहिए।

कोलकाता के साइंस सिटी में ‘ऑन द एज’ नामक जलवायु परिवर्तन गैलरी का उद्घाटन करने के बाद शेखावत ने कहा कि जलवायु परिवर्तन पूरे विश्व के लिए एक बड़ा मुद्दा बन गया है और केवल वैज्ञानिकों को नहीं बल्कि, प्रत्येक नागरिक को एक हितधारक के रूप में अपनी भूमिका निभानी चाहिए।

उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है जब लोगों को यह मानना बंद कर देना चाहिए कि कार्बन उत्सर्जन, समुद्र स्तर में वृद्धि, चरम मौसम की स्थिति जैसे मुद्दे उनके जीवनकाल में उन्हें व्यक्तिगत रूप से प्रभावित नहीं करेंगे, बल्कि ये केवल वैज्ञानिकों और मीडिया में आई खबरों में उठाए गए अकादमिक मुद्दे हैं।

शेखावत ने कहा, ‘‘हमें जिम्मेदारी से काम करना होगा। जलवायु परिवर्तन पूरे विश्व के लिए एक बड़ा मुद्दा है। 25 साल पहले जब ग्रीनहाउस प्रभाव और जलवायु परिवर्तन के बारे में चर्चा शुरू हुई थी, तो कई लोगों ने सोचा होगा कि इसका प्रभाव कुछ खास क्षेत्रों तक ही सीमित रहेगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यह धारणा गलत साबित हुई। ठंडे क्षेत्रों में रहने वालों को अब यह नहीं सोचना चाहिए कि जलवायु परिवर्तन केवल उष्णकटिबंधीय गर्म स्थानों को ही प्रभावित करेगा। गैर-तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को यह नहीं सोचना चाहिए कि समुद्र के स्तर में वृद्धि केवल समुद्र के पास रहने वालों को ही प्रभावित करेगी।’’

शेखावत ने कहा, ‘‘ऐसी धारणा सच नहीं है क्योंकि हाल के दिनों में हमने जो चरम मौसम के हालात देखे हैं, उससे यह साबित होता है कि जलवायु परिवर्तन पूरे समुदाय को प्रभावित कर रहा है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम इस धरती के मालिक नहीं, संरक्षक हैं और हममें से हर किसी को इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी। हमें जिम्मेदारी के साथ काम करना होगा।’’

शेखावत ने कहा कि हर जागरूक नागरिक को वैज्ञानिक समुदाय की सलाह सुननी चाहिए, जो सार्वजनिक मंचों, वीडियो और प्रकाशनों और सम्मेलनों में अपने पूर्वानुमानों और विश्लेषणों के माध्यम से इस मुद्दे को बार-बार उठा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि हरित क्षेत्र को बढ़ाने के लिए केंद्र ने 80 करोड़ पेड़ लगाए हैं क्योंकि पेड़ कार्बन उत्सर्जन को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने सभी से पौधे लगाने का आह्वान किया।

भाषा आशीष माधव

माधव