बेंगलुरू, कर्नाटक। मोदी मस्जिद में करीब 170 साल बाद गैर मुस्लिम भी इबादत कर सकेंगे। रविवार को यहां मुसलनमानों के साथ-साथ हिंदू, सिख और ईसाई भी नजर आए। ये अहम फैसला इसलिए किया गया है जिससे उनके धर्म के कामकाज को अच्छे से समझा जा सके।
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शिवाजी नगर में मौजूद मस्जिद का पूरा नाम मोदी अब्दुल गफूर मस्जिद है। इसका नाम मोदी अब्दुल गफूर के नाम पर रखा गया था, जिन्होंने मस्जिद के लिए अपनी जमीन दी थी।
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मस्जिद में समाज के हर वर्ग के लोग नजर आए। स्टूडेंट्स, लेखक, बिजनेसैन और महिलाएं भी मस्जिद में दिखाई दिए। आयोजकों ने लोगों को साफ-साफ ये हिदायत दे रखी थी कि वो किसी राजनीतिक मुद्दे पर यहां बातचीत न करें।
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