बेंगलुरु, 15 दिसंबर (भाषा) बेंगलुरु पुलिस ने एआई इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या के मामले में उनकी पत्नी, सास और साले को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
बेंगलुरु पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि अतुल सुभाष की पत्नी निकिता सिंघानिया को हरियाणा के गुरुग्राम से तथा निकिता की मां निशा सिंघानिया और उसके भाई अनुराग सिंघानिया को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से गिरफ्तार किया गया।
उसने बताया कि आरोपियों को शनिवार सुबह गिरफ्तार किया गया, बेंगलुरु लाया गया और स्थानीय अदालत में पेश करने के बाद 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
इस बीच, प्रयागराज पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को दावा किया कि बेंगलुरु पुलिस ने उन्हें निशा सिंघानिया और अनुराग सिंघानिया की गिरफ्तारी के बारे में कोई सूचना नहीं दी है।
उन्होंने कहा कि बेंगलुरु पुलिस ने ना तो ‘ट्रांजिट रिमांड’ ली और ना ही निशा एवं अनुराग को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया लेकिन यह पता चला कि बेंगलुरु पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार कर हवाई मार्ग से बेंगलुरु ले गई।
सुभाष (34) का शव नौ दिसंबर को दक्षिण-पूर्व बेंगलुरु के मुन्नेकोलालु में उनके घर पर फंदे से लटका मिला था। सुभाष ने वीडियो और नोट में आरोप लगाया था कि उनसे अलग रह रही उनकी पत्नी और ससुराल वालों ने ‘‘झूठे’’ मामलों में फंसाकर और ‘‘लगातार उत्पीड़न कर’’ उन्हें आत्महत्या के लिए मजबूर किया।
कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने कहा कि सुभाष की पत्नी, सास और साले को गिरफ्तार कर लिया गया है और वे न्यायिक हिरासत में हैं। उन्होंने कहा कि मामले की जांच जारी रहेगी।
परमेश्वर ने बेंगलुरू में पत्रकारों से कहा, ‘‘उसने (सुभाष ने) लगभग 40 पन्नों का एक सुसाइड नोट छोड़ा है और उसने कई मुद्दे उठाए हैं, जिनमें सबसे महत्वपूर्ण महिलाओं की सुरक्षा के लिए बनाए गए कानून के प्रावधानों का दुरुपयोग है। उसने कहा है कि उस पर तीन करोड़ रुपये और अन्य चीजों के लिए दबाव डाला गया था तथा उसके खिलाफ कई मामले दर्ज किए गए।’’
मंत्री ने कहा कि सुभाष ने ‘‘पुरुषों के अधिकारों’’ को लेकर सवाल उठाए हैं।
उन्होंने कहा कि यह पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया है कि क्या कानून में संशोधन किया जाना चाहिए, क्योंकि महिलाओं के अधिकारों का दुरुपयोग किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘सवाल उठाए जा रहे हैं, देश में चर्चा हो रही हैं। आने वाले दिनों में राज्य और केंद्र दोनों स्तरों पर कानूनों में बदलाव लाने के बारे में संभवत: चर्चा करनी होगी।’’
इससे पहले, निकिता, उसकी मां, भाई और चाचा सुशील सिंघानिया ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय में अग्रिम जमानत याचिकाएं दाखिल की थीं। बेंगलुरु पुलिस ने शुक्रवार को निकिता सिंघानिया को समन जारी करके तीन दिन में पेश होने के लिए कहा था।
भाषा सिम्मी शोभना
शोभना