नई दिल्ली: पूरा भारत आज यानी 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की 150वीं जयंती और पूर्व पीएम लाल बहादुर शास्त्री की 116वीं जयंती मना रहा है। इस अवसर पर जम्मू—कश्मीर प्रशासन ने स्थानीय नेताओं को लेकर एक और बड़ा फैसला लिया है। दरअसल प्रशासन ने धारा 370 खत्म किए जाने के बाद से नजरबंद नेताओं को रिहा करने का फैसला लिया है।
प्रशासन ने जिन नेताओं को रिहा करने का फैसला लिया है, उनमें जम्मू के पूर्व मंत्री डोगरा स्वाभिमान पार्टी के अध्यक्ष चौधरी लाल सिंह, नेशनल कॉन्फ्रेंस के देवेंद्र सिंह राणा, सुरजीत सिंह सलाथिया, साजिद अहमद किचलू और जावेद राणा शामिल हैं। साथ ही कांग्रेस नेता रमन भल्ला और वकार रसूल के साथ जम्मू-कश्मीर नेशनल पीपुल्स पार्टी के हर्ष देव सिंह की नजरबंदी खत्म कर दी गई है। वहीं, कश्मीर के कुछ नेताओं की नजरबंदी अभी भी जारी है।
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गौरतलब है कि मोदी सरकार ने अगस्त को बड़ा फैसला लेते हुए धारा 370 को खत्म करते हुए विशेष राज्य का दर्जा खत्म कर दिया था। साथ ही सरकार ने जम्मू—कश्मीर को दो अलग-अलग राज्य कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया था। दोनों राज्यों को सरकार ने केंद्र शासित राज्य का दर्जा दिया है।
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अभी भी नजरबंद हैं ये नेता
ज्ञात हो कि धारा 370 हटाए जाने के एक दिन पहले से ही जम्मू-कश्मीर के कई अलगाववादी नेताओं को नजरबंद कर दिया गया था। जिसमें फारूक अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती सहित कई स्थानीय नेताओं का नाम शामिल है। इन नेताओं की नजरबंदी अभी भी जारी है।
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