नयी दिल्ली, 23 जनवरी (भाषा) मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने बृहस्पतिवार को फर्जी विमर्शों के खिलाफ आगाह करते हुए कहा कि ये चुनावी प्रक्रियाओं में विश्वास को खत्म करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि गलत सूचना आमतौर पर चुनाव प्रक्रिया के महत्वपूर्ण मोड़ पर फैलाई जाती है।
कुमार यहां निर्वाचन आयोग की ओर से आयोजित चुनाव प्रबंधन निकायों के एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
उज्बेकिस्तान, श्रीलंका, मॉरीशस, इंडोनेशिया और कजाकिस्तान के चुनाव संगठनों ने 2024 में अपने चुनावी अनुभव पर अपनी प्रस्तुति देते हुए चुनावी अखंडता को प्रभावित करने वाले सोशल मीडिया पर गलत सूचना और फर्जी विमर्शों पर अपनी चिंता व्यक्त की।
मॉरीशस के मुख्य निर्वाचन आयुक्त अब्दुल रहमान ने भी फर्जी खबरों की समस्या पर जोर देते हुए कहा कि यह चुनाव निकायों में मतदाताओं के विश्वास को कमजोर करता है।
चुनाव कर्मचारियों की भर्ती के लिए फर्जी ऑनलाइन आवेदनों के एक विशेष मामले का उल्लेख करते हुए, रहमान ने चुनाव के दौरान गलत सूचना के खतरे को बढ़ाने में प्रौद्योगिकी और सोशल मीडिया के उपयोग पर चिंता व्यक्त की।
नामीबिया के चुनाव आयोग के एक प्रतिनिधि ने फर्जी खबरों के बढ़ते चलन पर चिंता व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया पर फर्जी खबरों से निपटने के लिए सुझाव मांगे।
इंडोनेशिया के चुनाव आयोग के आयुक्त, इधन होलिक ने वास्तविक समय में गलत सूचना से निपटने के लिए एक समर्पित व्हाट्सएप चैनल का उपयोग करने के अपने अनुभव के बारे में बात की।
अपने संबोधन में, सीईसी कुमार ने एआई-संचालित प्रक्रियाओं, ऑनलाइन और रिमोट वोटिंग, बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण और वैश्विक सहयोग में वृद्धि सहित चुनावों के भविष्य को आकार देने वाले प्रमुख प्रचलनों को भी रेखांकित किया।
उन्होंने भाग लेने वाले चुनाव प्रबंधन निकायों से चुनावों को अधिक पारदर्शी, समावेशी और सुलभ बनाने के लिए तकनीकी प्रगति के साथ अवसरों का पता लगाने का आग्रह किया।
उन्होंने वैश्विक स्तर पर न केवल चुनावी प्रक्रियाओं की सुरक्षा करने में बल्कि अपनी पहुंच और प्रभाव बढ़ाने में चुनाव प्रबंधन निकायों की भूमिका को रेखांकित किया।
भाषा ब्रजेन्द्र ब्रजेन्द्र रंजन
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