गांधीनगर, 18 जनवरी (भाषा) भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के पूर्व अध्यक्ष एस सोमनाथ ने शनिवार को कहा कि अनुसंधान तथा नवाचार के लिए उद्योग जगत, शिक्षा क्षेत्र और सरकार को एक साथ लाने की पहल निश्चित रूप से सार्थक परिणाम लाएगी।
एस सोमनाथ ने यहां धीरूभाई अंबानी विश्वविद्यालय के 19वें दीक्षांत समारोह में यह बात कही।
उन्होंने स्नातक के छात्रों से कहा कि वे सहयोग के महत्व को समझें तथा जिस भी संगठन में वे काम करते हैं, वहां के बड़े परिदृश्य को देखें।
सोमनाथ ने कहा कि वह खुद को भाग्यशाली मानते हैं कि उन्हें इसरो में काम करने का अवसर मिला।
उन्होंने कहा कि इसरो लोगों और समाज की समस्याओं का समाधान खोजने के लिए अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के उपयोग पर केंद्रित है।
सोमनाथ ने कहा, ‘‘अब से वह समय अधिक दूर नहीं है, जब भारत एक प्रौद्योगिकी-संचालित राष्ट्र बन जाएगा, जहां घरेलू नवाचार उद्योगों, उत्पाद विकास, व्यापार और आर्थिक प्रगति के क्षेत्र में नए अवसर पैदा करेंगे। एएनआरएफ (अनुसंधान राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन) और अन्य मॉडल के निर्माण के माध्यम से अनुसंधान और नवाचार के लिए उद्योग-अकादमिक-सरकार समर्थन प्रणाली बनाने की हमारी सरकार की पहल निश्चित रूप से परिणाम लाएगी।’’
अंतरिक्ष वैज्ञानिक ने विश्वविद्यालय के छात्रों को सलाह देते हुए कहा, ‘‘मैं आपको बता सकता हूं कि आपको लोगों के साथ काम करने की जरूरत है तथा अपने ज्ञान और तकनीक के साथ काम करने से कहीं बेहतर है।’’
सोमनाथ ने कहा कि आने वाले वर्षों में विज्ञान, अभियांत्रिकी और अन्य संबद्ध क्षेत्रों में उच्च वृद्धि होने का अनुमान है।
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