Arvind Kejriwal in ED custody: नई दिल्ली। कथित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार किए गए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की रिमांड खत्म होने के बाद आज उन्हें एक बार फिर राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया है। ईडी ने केजरीवाल की कस्टडी सात दिन के लिए बढ़ाने की मांग की है। वहीं, केजरीवाल अपने पक्ष में खुद दलीलें रख रहे हैं।
प्रवर्तन निदेशालय(ED) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की हिरासत अवधि 7 दिन बढ़ाने की मांग की है।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 28, 2024
ईडी के दो ही मकसद हैं। एक आप (आम आदमी पार्टी) को खत्म करना। दूसरा एक्सटॉर्सन रैकेट चलाना जिसके जरिए वो पैसे इकठ्ठे कर रहे हैं। शरथ रेड्डी ने बीजेपी को 55 करोड़ दिए। मेरे पास सबूत है कि ये रैकेट चल रहा है। मनी ट्रेल स्टैबलिश है। उन्होंने बीजेपी को 50 करोड़ रुपये गिरफ्तारी के बाद दिए।
ईडी का मिशन केवल और केवल मुझे फंसाना है। तीन बयान दिए गए और उसमे कोर्ट के सामने सिर्फ वह लाया गया जिसमें मुझे फंसाया गया। यह सही नहीं है।अलग-अलग गवाहों के बयान केजरीवाल अदालत में दोहरा रहे हैं। अगर 100 करोड़ का घोटाला है तो रुपये कहां है। असली घोटाला ईडी की जांच के बाद शुरू हुआ है।
Arvind Kejriwal in ED custody: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की याचिका पर भाजपा नेता और वरिष्ठ वकील नलिन कोहली ने कहा कि प्रत्येक नागरिक को अदालत में जाने, शिकायत दर्ज कराने का अधिकार है। अरविंद केजरीवाल ने अपने कानूनी सलाहकारों के माध्यम से अपनी याचिका में यही किया है, लेकिन समान रूप से ईडी को इसका जवाब देने का अधिकार है। यह एक अदालती प्रक्रिया है, अदालत तय करेगी कि क्या होना है। बड़ा राजनीतिक मुद्दा यह है कि अरविंद केजरीवाल ने लगातार 8 मौकों पर समन से बचने का विकल्प क्यों चुना?