जयपुर: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित अवैध खनन मामले से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में बुधवार को राजस्थान में एक दर्जन से अधिक स्थानों पर छापेमारी की हैं।
न्यू एजेंसी एएनआई के मुताबिक़ राज्य में खनन क्षेत्र में अनियमितताओं से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले के तहत राजस्थान के जयपुर, उदयपुर और नागौर में तलाशी चल रही है। बताया गया हैं कि एजेंसी के अधिकारियों ने मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम के प्रावधानों के तहत छापेमारी की हैं।
यह छापेमारी राजस्थान में नई भाजपा सरकार द्वारा अवैध खनन गतिविधियों के खिलाफ एक बड़ा अभियान शुरू करने के एक महीने बाद की गई है। सरकार ने ऐसी गतिविधियों के स्रोतों पर अंकुश लगाने के लिए ड्रोन के माध्यम से सर्वेक्षण किया था। सबसे ज्यादा 75 अवैध खनन के मामले भीलवाड़ा जिले में पकड़े गए थे, जहां राजस्व अधिकारियों को सतर्क कर दिया गया है।
जानकारी के अनुसार, राजस्थान की भूमि में 81 प्रकार के खनिज हैं, जिनमें से 57 का व्यावसायिक रूप से दोहन किया जा रहा है। राज्य में देश में सबसे अधिक खनन पट्टे हैं, जबकि सरकार रिमोट सेंसिंग डेटा और भौगोलिक सूचना प्रणाली का उपयोग करके बिना लाइसेंस और अवैध खनन पर अंकुश लगाने के लिए उपाय कर रही है।
राज्यव्यापी कार्रवाई में, राजस्थान पुलिस ने पिछले साल मार्च में 813 मामले दर्ज करते हुए अवैध खनन में शामिल 330 लोगों को गिरफ्तार किया गया हैं। अभियान के दौरान 900 वाहन के साथ अवैध रूप से खनन किये गये 7,472 टन खनिज जब्त किये गये हैं।