चीन की नीतियों के कारण ‘तिब्बतन चिल्ड्रेन विलेजेस’ में पिछले एक वर्ष में कोई नया छात्र नहीं आया

चीन की नीतियों के कारण ‘तिब्बतन चिल्ड्रेन विलेजेस’ में पिछले एक वर्ष में कोई नया छात्र नहीं आया

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  • Publish Date - October 17, 2024 / 05:25 PM IST,
    Updated On - October 17, 2024 / 05:25 PM IST

धर्मशाला/शिमला (हिमाचल प्रदेश), 17 अक्टूबर (भाषा) चीन की सीमा पार आवागमन नीतियों के कारण इस वर्ष ‘तिब्बतन चिल्ड्रेन विलेजेस’ (टीसीवी) में कोई नया छात्र नहीं आया है। गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) के एक सदस्य ने यह जानकारी दी।

‘तिब्बतन चिल्ड्रेन विलेजेस’ या टीवीसी एक गैर-लाभकारी संगठन है जो तिब्बत के अनाथ, बेसहारा और शरणार्थी बच्चों को शिक्षा मुहैया कराता है।

धर्मशाला स्थित इस एनजीओ की देखरेख में 6,000 से अधिक बच्चे हैं।

टीसीवी अध्यक्ष सोनम सिचोए ने बृहस्पतिवार को ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘चीन बच्चों, बौद्ध भिक्षुओं, महिलाओं और यहां तक ​​कि पर्यटकों को भी सीमा पार करने की अनुमति नहीं दे रहा। इस साल अब तक तिब्बत से एक भी छात्र यहां नहीं आया है, जबकि पिछले साल केवल छह छात्र आए थे।’’

उन्होंने कहा कि चीन ने भारत आने के इच्छुक तिब्बतियों की आवाजाही पर 2008 से प्रतिबंध लगा दिया है और इसके परिणामस्वरूप छात्रों की संख्या में गिरावट आ रही है।

सिचोए ने कहा कि केंद्रीय तिब्बती प्रशासन को तिब्बतियों को भारत आने की अनुमति देने के लिए चीन पर दबाव डालना चाहिए।

तिब्बती लोग पिछले कई वर्षों से यह दावा कर रहे हैं कि तिब्बती भाषा, मूल्यों, सांस्कृतिक प्रथाओं और परंपराओं को नष्ट करने के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।

टीसीवी ने कहा कि चीन ने तिब्बतियों की आवाजाही पर नजर रखने के लिए सैन्य शिविर स्थापित किए हैं तथा भारत में उनके प्रवेश को रोकने के लिए तिब्बत-नेपाल सीमा पर चौकियां भी स्थापित की हैं।

भाषा सिम्मी मनीषा

मनीषा