अलप्पुझा, 23 दिसंबर (भाषा) केरल में सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री जी सुधाकरन ने मलयालम सिनेमा की विषय-वस्तु की कड़ी आलोचना करते हुए आरोप लगाया है कि इन फिल्मों में शराब के सेवन को महिमामंडित किया जाता है।
सुधाकरन ने अलप्पुझा जिले में रविवार को आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए इस बात पर दुख जताया कि केरल में अब सार्थक विषय वाली फिल्में नहीं बन रही हैं।
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा, ‘‘केरल एक समय ऐसी भूमि थी जहां उत्कृष्ट फिल्में बनती थीं। क्या अब हम ‘असुरविथु’, ‘भार्गवी निलयम’ या ‘कबानी नदी चुवन्नापोल’ जैसी फिल्में देखते हैं?’’
सुधाकरन ने दावा किया कि अब हर फिल्म शराब पीने के दृश्यों से शुरू होती है।
वरिष्ठ वामपंथी नेता ने सवाल किया, ‘‘शराब पीना रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बन गया है। जब हमारे युवा शराब पीते हैं, तो पुलिस उन्हें गिरफ्तार क्यों करती है? क्या शराब पीने को बढ़ावा देने वाले फिल्म अभिनेताओं को जवाबदेह नहीं ठहराया जाना चाहिए? आखिर इन फिल्मों को मंजूरी क्यों दी जा रही है?’’
सुधाकरन ने सवाल किया, ‘‘क्या आपने कभी यूरोपीय फिल्मों में शराब पीने को महिमा मंडित करते हुए देखा है?’’
भाषा धीरज सुरेश
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