द्रविड़ आंदोलन सामाजिक न्याय को स्थापित करने के लिए हुआ था शुरू: स्टालिन

द्रविड़ आंदोलन सामाजिक न्याय को स्थापित करने के लिए हुआ था शुरू: स्टालिन

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  • Publish Date - January 28, 2025 / 08:21 PM IST,
    Updated On - January 28, 2025 / 08:21 PM IST

(फाइल फोटो के साथ)

विल्लुपुरम (तमिलनाडु), 28 जनवरी (भाषा) तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के अध्यक्ष एम के स्टालिन ने मंगलवार को कहा कि द्रविड़ आंदोलन सामाजिक न्याय की स्थापना के लिए शुरू हुआ तथा द्रमुक सामाजिक न्याय के मार्ग पर अपना सफर जारी रखेगा।

स्टालिन ने यहां कहा कि केवल द्रमुक शासन में ही पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण 28 प्रतिशत से बढ़ाकर 31 प्रतिशत किया गया, अनुसूचित जातियों को 18 प्रतिशत आरक्षण प्रदान किया गया एवं अनुसूचित जनजातियों को एक प्रतिशत आरक्षण दिया गया।

उन्होंने कहा कि अति पिछड़े वर्गों के लिए अलग से आरक्षण की घोषणा की गई तथा सरकार ने मुसलमानों के लिए 3.5 प्रतिशत आरक्षण सुनिश्चित किया, इसके अलावा अरुंधतियार के लिए तीन प्रतिशत आंतरिक आरक्षण भी पक्का किया गया।

विल्लुपुरम जिले के दौरे पर आए मुख्यमंत्री ने जिले के वझुधरेड्डी में 21 सामाजिक न्याय कार्यकर्ताओं के सम्मान में 5.70 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित एक स्मारक का उद्घाटन किया।

इन कार्यकर्ताओं ने वन्नियार समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर संघर्ष के दौरान अपने प्राणों की आहुति दी थी।

स्टालिन ने पूर्व मंत्री ए गोविंदस्वामी की प्रतिमा वाले एक स्मारक हॉल का भी उद्घाटन किया और कहा कि 21 लोग 1987 में अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम शासन में आरक्षण के लिए संघर्ष के दौरान पुलिस की गोलीबारी में मारे गए थे।

उन्होंने कहा कि इस उद्घाटन जरिये 2019 विक्रवंडी उपचुनाव के दौरान किया गया चुनावी वादा भी पूरा हुआ है।

भाषा राजकुमार पवनेश

पवनेश