रायपुर: ओडिशा राज्य में कांग्रेस को इस बार तगड़ा झटका लगा था। पार्टी ने विधानसभा चुनाव में शर्मनाक प्रदर्शन किया था। वही इसके उलट नवीन पटनायक की दशकों की सरकार को हटाते हुए भाजपा ने पहली बार राज्य में सरकार बनाई थी। (Dr Charan Das Mahant sent to Odisha) विधानसभा में हारने के साथ ही कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में भी कोई खास कामयाबी हासिल नहीं की थी। पार्टी को कुल 21 सीटों में से महज एक पर ही जीत हासिल हुई थी।
इस साल मई-जून में लोकसभा चुनावों के साथ ही विधासनभा चुनाव के लिए मतदान हुआ था। 147 सीटों पर हुए चुनाव में भाजपा ने अप्रत्याशित तरीके से 78 सीटों पर कब्ज़ा जमाया था। इसी तरह नवीन पटनायक की बीजद को 51 जबकि कांग्रेस को महज 14 सीटें ही हासिल हुई थी। इन नतीजों के बाद कांग्रेस आलाकमान ने राज्य इकाई को भंग कर दिया था। फ़िलहाल यहाँ राज्य इकाई का पुनर्गठन नहीं किया जा सका है।
ऐसे में ओडिशा में कांग्रेस की स्थिति, संगठन की मजबूती को जानने और नए अध्यक्ष की नियुक्ति जैसे फैसले से पहले आलाकमान डॉ चरण दास महंत को ओडिशा भेज रही है। (Dr Charan Das Mahant sent to Odisha) मीनाक्षी नटराजन उनकी सहयोगी होंगी। इस सम्बन्ध में महासचिव किसी वेणुगोपाल की तरफ से आदेश जारी कर दिया गया है।