नईदिल्ली। anyone taste PM Modi’s food before he eats it? हर जीव के जीवन में भोजन करना एक सबसे अहम और जरूरी काम है। कोई खाने के लिए जीता है तो कोई जीने के लिए खाता है। अच्छा भोजना करना सभी को पसंद होता है। अच्छे खाने की तलाश में लोग न जानें कहां कहां चले जाते हैं। लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि देश के प्रधानमंत्री के लिए जब खाना बनता है, तो क्या उसे परोसने से पहले चखा जाता है?
जी हां, देश के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री समेत सभी वीवीआईपी लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उनका खाना भी टेस्ट किया जाता है। क्या आप जानते हैं कि इनके खाने को कौन टेस्ट करता है। देश के प्रधानमंत्री की पसंद के मुताबिक, अलग-अलग खाना बनाया जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि प्रधानमंत्री के खाने से पहले उस खाने को कोई और चखता है। क्योंकि सुरक्षा प्रोटोकॉल के मुताबिक प्रधानमंत्री खाना बनने के बाद सीधे खाना नहीं खा सकते हैं।
दरअसल, दुनियाभर में कई ऐसी घटनाएं हुई हैं, जब किसी वीवीआईपी के खाने में जहर डालकर उन्हें मारने की कोशिश की गई है। ऐसे में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री के आवास के बाहर भी जब कभी किसी दौरे पर उनका भोजन होता है तो उनके खाने को टेस्ट किया जाता है।
बता दें कि पुराने समय में राजा महाराजाओं के परिवारों में फूड टेस्टर हुआ करते थे। ये एक पूरा स्टाफ होता था, जिसका काम राजपरिवार के लिए बने खाने को चखकर ये साबित करना होता था कि उसमें किसी तरह का कोई जहर या जहरीला पदार्थ नहीं मिला है। कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लगभग सारे देशों के लीडर सीक्रेट तौर पर फूड टेस्टर रखते हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, कई सारे ऐसे जहर होते हैं, जिन्हें खाने में मिलाया जाता है। जैसे आर्सेनिक ट्रायऑक्साइड, सायनाइड और एट्रोपाइन। हालांकि सारे जहर अलग-अलग ढंग से काम करते हैं, लेकिन एक लक्षण सब में एक जैसो होता है। जहर मिला खाना खाने के बाद उस इंसान को उल्टियां शुरू हो जाती है।