नयी दिल्ली, 20 मार्च (भाषा) द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के सदस्य बृहस्पतिवार को प्रस्तावित परिसीमन के खिलाफ नारे लिखी टी-शर्ट पहनकर संसद के दोनों सदनों में पहुंच गए, जिसके कारण भोजनावकाश से पहले लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही बार-बार बाधित हुई और अंतत: दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई।
लोकसभा में अध्यक्ष ओम बिरला ने संसदीय गरिमा और नियमों का हवाला देते हुए द्रमुक सदस्यों को टी-शर्ट उतारकर सामान्य परिधान में सदन में आने की अपील की, लेकिन उन्होंने टी-शर्ट पहनकर सदन में परिसीमन के मुद्दे पर अपना विरोध जताना जारी रखा।
लिहाजा, हंगामे के कारण निचले सदन की कार्यवाही दो बार के स्थगन के बाद शुक्रवार पूर्वाह्न 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। इससे पहले, सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक, फिर अपराह्न दो बजे तक स्थगित की गयी।
तमिलनाडु की सत्तारूढ़ पार्टी की मांग है कि जनसंख्या के आधार पर परिसीमन नहीं होना चाहिए क्योंकि इससे उन प्रदेशों को लोकसभा सीटों के संदर्भ में नुकसान होगा, जिन्होंने प्रभावी ढंग से जनसंख्या नियंत्रण किया है।
पूर्वाह्न 11 बजे सदन की कार्यवाही आरंभ होने पर बिरला ने द्रमुक सदस्यों को लोकसभा की मर्यादा की याद दिलाई। साथ ही, सत्तापक्ष के कुछ सदस्यों ने भी आपत्ति जताई।
बिरला ने द्रमुक सदस्यों से कहा, ‘‘सदन मर्यादा और गरिमा से चलता है। मैं कुछ दिनों से देख रहा हूं कि सदस्य गण सदन की गरिमा को भंग कर रहे हैं और सदन की नियम- प्रक्रियाओं का पालन नहीं कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘नियम संख्या 349 आपको पढ़ना चाहिए। इसमें सदन की प्रतिष्ठा बनाये रखने के लिए कैसा व्यवहार किया जाना चाहिए और कैसा आचरण होना चाहिए, उस बारे में लिखा हुआ है।’’
लोकसभा अध्यक्ष ने विपक्षी सदस्यों को आगाह करते हुए कहा, ‘‘अगर आप टी-शर्ट पहन कर यहां (सदन में) आएंगे, नारे लगाते आएंगे, नारे लिखकर आएंगे तो सदन की कार्यवाही नहीं चलेगी। अगर आप टी-शर्ट नहीं पहन कर आएंगे, तभी सदन की कार्यवाही चलेगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘चाहे कोई भी बड़ा नेता हो, सदन की मर्यादा और परंपराओं का उल्लंघन करेगा तो लोकसभा अध्यक्ष होने के नाते उसे (सदन की गरिमा को) बनाये रखना मेरी जिम्मेदारी है।’’
उन्होंने अपनी सीट पर खड़े होकर शोरगुल कर रहे विपक्षी सदस्यों से कहा कि यदि वे सदन की कार्यवाही नहीं चलने देना चाहते तो बाहर चले जाएं।
इसके साथ ही, उन्होंने सदन की कार्यवाही बृहस्पतिवार दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे पुन: आरंभ होने पर द्रमुक सदस्य एक बार फिर से नारे लिखी टी-शर्ट पहनकर पहुंचे। उन्होंने पटका भी डाल रखा था। इसपर, भारतीय जनता पार्टी के सदस्यों ने फिर से आपत्ति जताई।
पीठासीन सभापति कृष्णा प्रसाद तेन्नेटी ने कहा, ‘‘माननीय सदस्य, आप इस तरह से सदन में नहीं आ सकते। आप कृपया नियम को पढ़िए।’’
इसके बाद, उन्होंने सदन की कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
सदन की कार्यवाही जब दो बजे फिर से आरंभ हुई तो द्रमुक सदस्य नारे लिखी टी-शर्ट पहनकर सदन में मौजूद थे।
पीठासीन सभापति तेन्नेटी ने एक बार फिर संसद की मर्यादा और नियम का हवाला देते हुए उनसे सामान्य परिधान में सदन में आने की अपील की।
उन्होंने कहा कि कृषि मंत्रालय के लिए अनुदान की मांगों पर चर्चा होनी है, इसलिए आप लोग सदन की कार्यवाही चलने दें।
गतिरोध बने रहने को लेकर उन्होंने सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी।
इसी मुद्दे पर राज्यसभा की कार्यवाही तीन बार के स्थगन के बाद दोपहर करीब दो बजे पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गयी।
उच्च सदन में यद्यपि आसन की ओर से सदन की कार्यवाही बार बार स्थगित किए जाने का कोई कारण नहीं बताया गया पर सूत्रों ने बताया कि दक्षिणी राज्यों में परिसीमन का विरोध कर रहे द्रमुक सदस्यों के इस मुद्दे पर नारे लिखी हुई टी-शर्ट पहन कर सदन में आना, इसकी मुख्य वजह रही।
पूर्वाह्न 11 बजे सभापति जगदीप धनखड़ ने उच्च सदन की बैठक आरंभ होने के कुछ ही देर बाद, कोई कारण बताए बिना दोपहर 12 बजे तक के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी थी।
उन्होंने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाने के बाद सदन की बैठक 12 बजे तक स्थगित करने की घोषणा करते हुए कहा, ‘‘मैं आज पूर्वाह्न 11.30 बजे अपने कक्ष में सदन के नेताओं की बैठक बुलाऊंगा। मैंने कुछ समय पहले इस सभा में जो कुछ देखा है, मैं सदस्यों को बताऊंगा।’’
जब सभापति ने यह कहा तब सदन में किसी प्रकार का न तो कोई व्यवधान था और न ही किसी प्रकार का कोई हंगामा हो रहा था।
एक बार के स्थगन के बाद दोपहर बारह बजे बैठक शुरु होने पर उप सभापति हरिवंश ने कोई कारण बताए बिना बैठक 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी। पंद्रह मिनट बाद सदन की कार्यवाही शुरू होने पर उन्होंने बैठक दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी। इस बार भी उन्होंने कोई कारण नहीं बताया।
दोपहर दो बजे बैठक फिर शुरू होने पर उपसभापति हरिवंश ने एक बार फिर कोई कारण बताये बिना सदन की बैठक पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी।
सूत्रों ने बताया कि द्रमुक सदस्यों के नारे लिखी टी-शर्ट पहन कर आने पर सभापति धनखड़ ने आपत्ति जताई। उन्होंने सदस्यों को सदन में नारे लिखी टी-शर्ट नहीं पहन कर आने को कहा।
हालांकि द्रमुक सदस्य अपनी बात पर अड़े रहे और नारे लिखी टी-शर्ट पहन कर ही सदन में गए जिसके चलते कार्यवाही बार बार बाधित हुई। सदस्यों की टी-शर्ट पर ‘फेयर डीलिमिटेशन (निष्पक्ष परिसीमन)’ और ‘तमिलनाडु विल फाइट, तमिलनाडु विल विन (तमिलनाडु लड़ेगा, तमिलनाडु जीतेगा)’ के नारे लिखे थे।
द्रमुक के एक सदस्य ने बताया कि धनखड़ सदस्यों से सदन में नारे लिखी टी-शर्ट नहीं पहन कर आने पर जोर दे रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि दस फरवरी को बजट सत्र का दूसरा चरण शुरू होने के बाद दोनों सदनों में लगातार कामकाज हुआ। इस दौरान उच्च सदन में शिक्षा, रेलवे एवं स्वास्थ्य मंत्रालय के कामकाज पर चर्चा हुई जिनका जवाब संबंधित मंत्रालयों के मंत्री ने दिया। लोकसभा में रेलवे मंत्रालय के अनुदान की अनुपूरक मांगों पर चचा। की गयी।
दोनों सदनों में इस दौरान अनुदान की अनुपूरक मांगों और मणिपुर के बजट पर भी चर्चा हुई।
उच्च सदन में इसी के साथ रेलवे से जुड़े एक विधेयक को भी चर्चा के बाद पारित किया गया। सदन में बुधवार को गृह मंत्रालय के कामकाज पर चर्चा शुरू हुई और इस दौरान गृह मंत्री अमित शाह लगातार उपस्थित रहे। यह चर्चा आज पूरी की जानी थी।
भाषा ब्रजेन्द्र
ब्रजेन्द्र माधव
माधव
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