DMK Leader S Regupathy on BJP: चेन्नई। आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 7वां बजट पेश करने वाली हैं। वहीं दूसरी ओर दक्षिण राज्य तमिलनाडु में जाति और धर्म के घोर विरोधी रहे रामास्वामी पेरियार के विचारों को लेकर नेताओं में नोंक झोंक बनी हुई है। बता दें कि प्रदेश पार्टी DMK अकसर सनातन धर्म के विरोध खड़ी रहती है। एक बार फिर DMK नेता ने अपने विवादित बयान से बीजेपी को भड़कने पर मजबूर कर दिया है।
दरअसल एमके स्टालिन सरकार में कानून मंत्री एस रेगुपथी ने कहा है कि भगवान राम भी द्रविड़ियन मॉडल के अग्रदूत थे। उन्होंने कहा कि रामराज का कॉन्सेप्ट द्रविड़ियन मॉडल जैसा ही है। वहीं रेगुपथी के बयान पर बीजेपी ने तीखा प्रहार किया है। बता दें कि सोमवार को कंबन कझगम में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा है कि भागवान राम सामाजिक न्याय के संरक्षक थे।
वहीं उन्होंने कहा, पेरियार, अन्नादुराई, मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और पूर्व सीएम एम करुणानिधि से पहले भगवान राम ही सामाजिक न्याय के संरक्षक थे और उन्होंने द्रविड़ियन मॉडल को आगे बढ़ाया। राम ही वह नायक थे, जिन्होंने सेक्युलरिजम और सामाजिक न्याय को दुनियाभर में फैलाया। राम ने ही बताया कि सभी लोग बराबर हैं।
DMK Leader S Regupathy on BJP: बता दें डीएमके नेता के इस विवादित बयान पर बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा कि डीएमके नेता उदयनिधि स्टालीन ने सनातन को खत्म करने की बात कही थी। अब उसी पार्टी के नेता वोट बैंक के लिए भगवान राम का इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहे हैं। बता दें कि पिछले साल एमके स्टालिन के बेचे और डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन ने कहा था कि सनातन धर्म डेंगू और मलेरिया की तरह है जिसका विरोध करने की नहीं बल्कि पूरी तरह से खत्म करने की जरूरत है।