पणजी, 30 अक्टूबर (भाषा) गोवा में बृहस्पतिवार की सुबह राक्षस नरकासुर के पुतलों को जलाने के साथ ही दीपावली का जश्न शुरू हो गया।
परंपराओं के अनुसार, बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में पुतलों को जलाने से पहले घुमाया गया।
बुधवार रात को कई कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें हजारों लोग शामिल हुए। ये कार्यक्रम बृहस्पतिवार तड़के तक जारी रहे।
गोवा के राज्यपाल पी. एस. श्रीधरन पिल्लई और मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने राज्य के लोगों को दीपावली की शुभकामनाएं दीं।
उन्होंने कहा, “दीपावली जैसे त्योहारों की हमारे जीवन में बड़ी भूमिका है। भारत विभिन्न धर्मों, क्षेत्रों और भाषाओं वाला देश है। इस त्योहार को मनाने से लोगों में सामाजिक एकजुटता, आपसी विश्वास और सद्भावना को बढ़ावा मिलता है, जिससे राष्ट्रीय एकता व अखंडता मजबूत होती है।”
सावंत ने कहा, “दीपावली लोगों को प्रेरित करती है और शांति, सौहार्द और भाईचारे पर आधारित समाज बनाती है। इस अवसर पर लोग सांस्कृतिक व पारंपरिक रूप से एकजुट होते हैं।”
भाषा जोहेब रंजन
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