दिलजीत दोसांझ ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को समर्पित किया गुवाहाटी कॉन्सर्ट

दिलजीत दोसांझ ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को समर्पित किया गुवाहाटी कॉन्सर्ट

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  • Publish Date - December 30, 2024 / 11:50 AM IST,
    Updated On - December 30, 2024 / 11:50 AM IST

नयी दिल्ली, 30 दिसंबर (भाषा) पंजाबी गायक दिलजीत दोसांझ ने अपना गुवाहाटी कॉन्सर्ट पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को समर्पित किया। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का 26 दिसंबर की रात को निधन हो गया था।

दिलजीत दोसांझ ने सोशल मीडिया मंच ‘इंस्टाग्राम’ पर रविवार के ‘कॉन्सर्ट’ का एक वीडियो साझा किया, जिसमें उन्होंने उन महत्वपूर्ण बातों के बारे में बात की, जिन्हें वह मानते हैं कि लोगों को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से सीखनी चाहिए।

दोसांझ ने पोस्ट के कैप्शन में लिखा, ‘आज का कॉन्सर्ट डॉ. मनमोहन सिंह जी को समर्पित है।’

वीडियो में दोसांझ ने याद किया कि मनमोहन सिंह कभी भी किसी के बारे में बुरा नहीं बोलते थे, भले ही कोई उनके बारे में कितना ही बुरा क्यों न कहे।

वीडियो में उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है, ‘उन्होंने बहुत ही सादा जीवन जिया। अगर मैं उनके जीवन की यात्रा पर नजर डालूं, तो वह बहुत ही सादा था। यहां तक ​​कि अगर कोई उनके बारे में बुरा भी कहता था, तो भी वह उसे बुरा नहीं बोलते थे। राजनीति में इससे बचना सबसे मुश्किल काम है।’

उन्होंने कहा, ‘क्या आपने कभी लोकसभा के सत्र देखे हैं? हमारे राजनेता ऐसे लड़ते हैं जैसे वे नर्सरी के बच्चे हों… लेकिन हमें डॉ. मनमोहन सिंह जी से सीखना चाहिए जिन्होंने कभी पलट के जवाब नहीं दिया।’

सिंह 2004 से 2014 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे। बृहस्पतिवार को दिल्ली में 92 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया।

दोसांझ (40) ने उन शब्दों का उल्लेख किया जो सिंह बोलते थे और कहा कि मुझे और सभी को उनसे सीखना चाहिए।

उन्होंने कहा, ‘वह अक्सर कहा करते थे, ‘हजारों जवाबों से मेरी खामोशी अच्छी, न जाने कितने सवालों की आबरू ढक लेती है’ और यह कुछ ऐसा है जो युवाओं को उनसे सीखने की जरूरत है, यहां तक ​​कि मुझे भी सीखना चाहिए। हमें अपने लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, भले ही लोग हमारे बारे में बुरी बातें कहें और हमारा ध्यान भटकाने की कोशिश करें।’

उन्होंने कहा, ‘आज मैं उस व्यक्ति के सामने अपना सिर झुकाता हूं, जिसने अपने देश से प्रेम किया और अपना जीवन उसकी सेवा में बिता दिया।’

भाषा योगेश नरेश

नरेश