तानाशाही कांग्रेस के ‘डीएनए’ में है, उसे संविधान को छूने का भी अधिकार नहीं: शिवराज चौहान

तानाशाही कांग्रेस के ‘डीएनए’ में है, उसे संविधान को छूने का भी अधिकार नहीं: शिवराज चौहान

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  • Publish Date - June 26, 2024 / 11:02 PM IST,
    Updated On - June 26, 2024 / 11:02 PM IST

नयी दिल्ली, 26 जून (भाषा) केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 1975 में इंदिरा गांधी सरकार द्वारा घोषित आपातकाल के दौर का उल्लेख करते हुए बुधवार को आरोप लगाया कि तानाशाही कांग्रेस के ‘‘डीएनए’’ में है।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘उस समय अत्याचार की पराकाष्ठा देखी गई। पूरा देश जेल में तब्दील हो गया था।’’

वर्ष 1975 से 1977 के बीच के दौर पर विचार-विमर्श के लिए यहां आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए चौहान ने कहा कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा घोषित किया गया आपातकाल देश के इतिहास में ‘‘वास्तव में एक काला अध्याय’’ था।

केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के चुनाव को रद्द किए जाने के बाद सत्ता पर काबिज रहने के लिए ‘‘संविधान की धज्जियां उड़ाते हुए’’ आपातकाल घोषित किया था।

उन्होंने कहा, ‘‘इंदिरा गांधी ने सत्ता का दुरुपयोग करके चुनाव जीता था, लेकिन वह इतने पर हीं नहीं रुकीं और आपातकाल घोषित कर दिया। संविधान की धज्जियां उड़ाई गईं। सभी मौलिक अधिकारों का दमन किया गया। आंतरिक सुरक्षा अधिनियम (मीसा) के प्रावधानों को और अधिक कठोर बना दिया गया।’’

चौहान ने याद दिलाया कि कैसे आपातकाल के दौरान सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने पर लोगों को जेलों में डाल दिया गया था। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया, ‘‘ये सब उन्होंने सिर्फ सत्ता पर काबिज रहने के लिए किया। तानाशाही कांग्रेस के डीएनए में है।’’

भाषा

खारी प्रशांत

प्रशांत