धनखड़ ने संयुक्त विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा को लेकर ब्रिटास के बयान पर आपत्ति जतायी

धनखड़ ने संयुक्त विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा को लेकर ब्रिटास के बयान पर आपत्ति जतायी

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  • Publish Date - July 1, 2024 / 10:28 PM IST,
    Updated On - July 1, 2024 / 10:28 PM IST

नयी दिल्ली, एक जुलाई (भाषा) मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (मकापा) के जॉन ब्रिटास ने सोमवार को कहा कि संयुक्त विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी) का मकसद दक्षिण भारतीय छात्रों को दिल्ली में प्रवेश से वंचित करना है। सभापति जगदीप धनखड़ ने ब्रिटास की इस टिप्पणी पर आपत्ति जतायी।

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान, धनखड़ ने कई बार हस्तक्षेप किया और ब्रिटास के बयानों पर आपत्ति जताई। ब्रिटास ने कहा कि केंद्र को परीक्षा आयोजित करने का जिम्मा राज्य सरकारों को सौंपना चाहिए।

माकपा सदस्य ने कहा, ‘मैंने जेएनयू में पढ़ाई की है। जेएनयू 50 साल से बिना किसी लीक के अपनी परीक्षा आयोजित कर रहा है। अब आपने सीयूईटी शुरू की है। सीयूईटी शुरू करने का एकमात्र कारण यह है कि दक्षिण भारत के बहुत से छात्र दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रवेश ले रहे हैं। आप दक्षिण भारतीय छात्रों को दाखिला देने से रोकने के लिए सीयूईटी लाए हैं।’

धनखड़ ने हस्तक्षेप करते हुए उनके बयान की निंदा की। उन्होंने कहा, ‘आपने शपथ का बहुत बड़ा उद्धरण देकर भाषण की शुरुआत की और देखिए, आप कहां पहुंच गए हैं। हमारे देश में, जो एक है, आप एक अलग तरह की आवाज उठा रहे हैं। मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं।’

ब्रिटास ने परीक्षाओं के प्रश्नपत्र लीक का मुद्दा उठाया और कहा कि केंद्र को परीक्षा आयोजित करने का जिम्मा राज्य सरकारों को सौंपना चाहिए। उन्होंने आरएसएस प्रचारकों के खिलाफ कुछ टिप्पणियां करते हुए कहा, ‘आप सभी परीक्षाएं दिल्ली ले आए।’

इस पर हस्तक्षेप करते हुए धनखड़ ने उन टिप्पणियों को हटाने के लिए कहा जिनकी पुष्टि नहीं की जा सकती।

धनखड़ और ब्रिटास के बीच नोंकझोंक भी हुई।

ब्रिटास ने कहा कि अल्पसंख्यकों के बारे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चुनाव के दौरान जो टिप्पणियां की, उससे उस शपथ का उल्लंघन हुआ जो उन्होंने प्रधानमंत्री बनने के समय ली थी। उन्होंने कहा कि भाजपा को अपना चुनाव चिह्न कमल से बदल कर बुलडोजर कर देना चाहिए।

उन्होंने कहा कि भगवान राम ने भाजपा को उसकी असलियत बता दी है, वह अयोध्या में भी नहीं जीत सकी। उन्होंने कहा कि भाजपा पाठ्यक्रम भी बदल सकती है। उन्होंने कहा, ‘‘भविष्य में यह भी पढ़ाया जा सकता है कि महात्मा गांधी का निधन फ्लू के कारण हुआ था।’’

सभापति जगदीप धनखड़ ने ब्रिटास की इस टिप्पणी पर आपत्ति जताते हुए कहा कि उन्हें कल्पना के आधार पर कुछ नहीं कहना चाहिए।

भाषा अविनाश रमण

रमण