नयी दिल्ली, 11 दिसंबर (भाषा) राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बुधवार को कहा कि सदन के सभापति जगदीप धनखड़ अपनी अगली पदोन्नति के लिए सरकार के प्रवक्ता बनकर काम कर रहे हैं और उनके आचरण ने देश की गरिमा को बहुत नुकसान पहुंचाया है।
उन्होंने विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के घटक दलों के नेताओं के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में यह दावा भी किया कि राज्यसभा में गतिरोध का सबसे बड़ा कारण खुद उपराष्ट्रपति धनखड़ हैं।
‘इंडिया’ गठबंधन के घटक दलों ने मंगलवार को जगदीप धनखड़ को उपराष्ट्रपति पद से हटाने के लिए प्रस्ताव लाने संबंधी नोटिस सौंपा था।
खरगे ने कहा कि आज तक किसी उपराष्ट्रपति के खिलाफ अनुच्छेद 67 के तहत प्रस्ताव नहीं लाया गया क्योंकि वे हमेशा निष्पक्ष रहे और राजनीति से दूर रहे।
उन्होंने कहा, ‘‘हमको यह कहना पड़ता है कि आज नियम को छोड़कर राजनीति ज्यादा हो रही है।’’
खरगे ने कहा, ‘‘हमें अफसोस है कि संविधान को अंगीकार किए जाने के 75वें वर्ष में उपराष्ट्रपति के पक्षपातपूर्व आचरण के चलते हम यह प्रस्ताव लाने को मजबूर हुए हैं।’’
उन्होंने दावा किया कि धनखड़ विपक्ष के वरिष्ठ नेताओं को अपमानित करते हैं।
खरगे ने कहा कि सभापति ‘‘हेडमास्टर’’ की तरह वरिष्ठ नेताओं को प्रवचन सुनाते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘वह (धनखड़) अपनी अगली पदोन्नति के लिए सरकार के प्रवक्ता बनकर काम कर रहे हैं…गतिरोध का सबसे बड़ा कारण खुद सभापति खुद हैं।’’
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि धनखड़ के आचरण ने देश की गरिमा को बहुत नुकसान पहुंचाया है।
भाषा हक अविनाश नेत्रपाल
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