जयपुर: आज से राजस्थान की राजधानी जयपुर में पुलिस महानिदेशकों और पुलिस महानिरीक्षकों का कांफ्रेंस शुरु होने जा रहा हैं। इस कॉन्फ्रेंस में पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) और पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) रैंक के लगभग 250 अधिकारी सम्मेलन में भाग लेंगे, जबकि 200 से अधिक अन्य अधिकारी वर्चअल भाग ले सकते हैं। इस सेमिनार में देश के 28 राज्यों के डीजी-आईजी और 8 केन्द्र शासित प्रदेशों के आईजी शामिल होंगे।
पुलिस महानिदेशकों और पुलिस महानिरीक्षकों के तीन दिवसीय सम्मेलन में खालिस्तानी आतंकवाद, साइबर सिक्योरिटी, जम्मू-कश्मीर में आतंकी समूहों की गतिविधियां प्रमुख मुद्दों में शामिल रहेंगे। इसके अलावा हाल ही में बनाए गए तीन आपराधिक कानूनों का कार्यान्वयन, माओवादी समस्या, अंतर-राज्य पुलिस समन्वय और आम चुनावों के दौरान संभाले जाने वाले मुद्दों पर भी चर्चा होने की उम्मीद है। डीजी-आईजी कांफ्रेंस में पीएम नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह भी भाग लेंगे।
पीएम मोदी नए कार्यक्रम के तहत 6 जनवरी के बजाए अब 5 जनवरी यानी आज जयपुर आएंगे। वे शाम को जयपुर आने के बाद एयरपोर्ट से सीधे बीजेपी कार्यालय पहुंचेंगे, जहां वे संगठनात्मक बैठक ले सकते हैं। वे डीजी-आईजी कांफ्रेंस के एक औपचारिक सत्र को संबोधित करने से पहले देश के शीर्ष पुलिस अधिकारियों के साथ बातचीत करेंगे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पूरे सम्मेलन में मौजूद रहेंगे जो कई सत्रों में चलेगा।
2013 तक यह वार्षिक बैठक नई दिल्ली में आयोजित होती थी। इसके बाद मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद, केंद्रीय गृह मंत्रालय और इंटेलिजेंस ब्यूरो द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम को राष्ट्रीय राजधानी के बाहर आयोजित करने का निर्णय लिया गया। इसके बाद यह पहली बार 2014 में गुवाहाटी में, 2015 में कच्छ के रण में, 2016 में हैदराबाद में राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में, 2017 में टेकनपुर में बीएसएफ अकादमी में, 2019 में पुणे में आयोजित किया गया था। कोविड महामारी के दौरान वर्चुअल बैठक आयोजित की गई थी।