Demonstration of dangerous weapons on Republic Day: भारत इस साल अपना 74वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है। 26 जनवरी, 1950 को भारत ने संविधान अपनाया था इसलिए सभी भारतीयों के लिए ये दिन बेहद खास है। हर साल भव्यता के साथ इस राष्ट्रीय पर्व को मनाया जाता है। इस दिन देशभर में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इस मौके पर राष्ट्रपति भवन से लेकर इंडिया गेट तक आकर्षक परेड होती है।
इस परेड में भारतीय सेना की ताकत देखने को भी मिलती है। रिपब्लिक डे परेड में थल सेना, वायु सेना और नौसेना के खतरनाक हथियार प्रदर्शित किए जाते हैं। इस बार की गणतंत्र दिवस की परेड भी बेहद खास होने वाली है। इस बार की परेड में आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत स्वदेशी रूप से विकसित हथियारों के प्रदर्शन पर जोर रहेगा।
— भारतीय सेना के बयान के मुताबिक, गणतंत्र दिवस परेड में आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत अर्जुन टैंक, नाग मिसाइल सिस्टम, K9 वज्र और आकाश वेपन सिस्टम का प्रदर्शन किया जाएगा। ये खतरनाक हथियार भारत में ही विकसित किए गए हैं।
— डीआरडीओ के मुताबिक, अर्जुन टैंक एक बेहतर अग्नि शक्ति, हाई मोबिलिटी और उत्कृष्ट सुरक्षा वाला एक अत्याधुनिक टैंक है। एमबीटी अर्जुन के बारह एमके 1 प्रोटोटाइप का निर्माण किया गया है। इसमें 120 mm की बंदूक है जो टैंक में इस्तेमाल किसी भी कवच को परास्त कर सकती है।
— स्वदेशी रूप से विकसिक नाग मिसाइल सिस्टम भी इस बार कर्तव्य पथ पर भारत की सुप्रीम कमांडर को सलाम करेगा। नाग मिसाइल सिस्टम की खास बात है कि यह बीएमपी 2 कैरियर पर लगा है। यह फायर एंड फॉरगेट टॉप अटैक टेकनीक पर आधारित है। यह 4 किलोमीटर की परिधि में मौजूद टैंक के परखच्चे उड़ा सकता है।
— गणतंत्र दिवस परेड में इस बार के9 वज्र का प्रदर्शन भी कर्तव्य पथ पर किया जाएगा। K-9 की मारक क्षमता बहुत अच्छी है। ये फायर के बाद अपनी जगह तुरंत बदल लेता है। इसी कारण यह दुश्मन की जवाबी कार्रवाई से भी बच जाता है। K-9 वज्र 40 मीटर की दूरी पर मौजूद पर दुश्मन को तबाह करने की ताकत रखता है।
— गौरतलब है कि आकाश मिसाइल सिस्टम भी इस साल रिपब्लिक डे के मौके पर परेड में दिखाई देगा। यह एक उन्नत वेपन सिस्टम है। इसको DRDO और भारत डायनेमिक्स ने आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत स्वदेशी रूप से विकसित किया है। यह सिस्टम मोबाइल प्लेटफॉर्म पर पूरी तरह से कॉन्फिगर है।