नई दिल्लीः Delhi CM Atishi अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के ऐलान के बाद अब दिल्ली को नया सीएम मिलने जा रहा है। आम आदमी पार्टी की विधायक दल की बैठक में आतिशी को दिल्ली का नया मुख्यमंत्री चुना गया है। बीजेपी की ओर से सुषमा स्वराज और कांग्रेस की ओर से शीला दीक्षित के बाद वह आम आदमी पार्टी से तीसरी महिला मुख्यमंत्री होगी। कयास लगाए जा रहे थे कि आतिशी को ही दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। आखिर में अब उन्हें ही दिल्ली की कमान दी गई थी।
Delhi CM Atishi सीएम पद के लिए नाम प्रस्तावित होने के बाद आतिशी ने कहा कि मैं सबसे पहले अपने गुरु अरविंद केजरीवाल जी का धन्यवाद करती हूं, जिन्होंने मुझे इतनी बड़ी जिम्मेदारी दी। यह सिर्फ अऱविंद जी की सरकार में हो सकता है, जिन्होंने फर्स्ट टाइम पॉलिटिशियन को सीएम बनाया। मैं सुखी हूं कि उन्होंने मुझे सीएम बनाया। दुख भी है कि मेरे बड़े भाई अरविंदजी आज इस्तीफा देने जा रहे हैं। दिल्ली की 2 करोड़ जनता, हमारी जनता की तरफ से कहना चाहती हूं कि दिल्ली का मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल है। उन्होने कहा कि भाजपा ने 2 साल से केजरीवालजी के खिलाफ षडयंत्र रचने में कोई कसर नहीं छोड़ी, ऐसा आदमी जो मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे सकता है। ऐसे आदमी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए, सीबीआई-ईडी को पीछे छोड़ दिया। 2 महीने तक जेल में रखा। सुप्रीम कोर्ट ने हमें जमानत दी। केंद्र सरकार और एजेंसियों के मुंह पर तमाचा मारा। कहा कि एजेंसियां कैद में तोते की तरह हैं। अरविंद केजरीवालजी ने वो किया, जो देश तो छोड़िए, दुनिया में किसी नेता ने नहीं किया हो। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला काफी नहीं, मैं जनता की अदालत में जाऊंगा। दिल्ली की जनता कहेगी कि मैं ईमानदार हूं तो मैं कुर्सी पर बैठूंगा।
कल शाम मुझे एक बुजुर्ग महिला ने कहा कि केजरीवाल बेटे की तरह है और उसे इतना परेशान किया। वो रोने लगीं और कहने लगीं कि मैं घर-घर जाऊंगी और कहूंगी कि केजरीवाल को ही मुख्यमंत्री बनाना। दिल्ली आज गुस्से में है और केजरीवाल के खिलाफ षडयंत्र से गुस्सा हैं। उन्हें पता है कि केजरीवाल सीएम नहीं रहे तो फ्री बिजली नहीं मिलेगी, सरकारी स्कूल बदहाल हो जाएंगे, अस्पतालों में अच्छा इलाज नहीं मिलेगा, मोहल्ला क्लिनिक बंद हो जाएगी, महिलाओं की फ्री बस यात्रा, बुजुर्गों की तीर्थ यात्रा बंद हो जाएगी। उन्होंने देखा है कि 22 राज्यों में भाजपा की सरकार है, किसी एक में भी फ्री बिजली, बस यात्रा नहीं दे पाते हैं।
मैं चुनाव तक मुख्यमंत्री होने के नाते एक ही उद्देश्य से काम करेंगे कि केजरीवाल को फिर से दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाना है। मेरा एक ही मकसद रहेगा। भाजपा एलजी के जरिए दिल्ली के खिलाफ षडयंत्र रचेगी। मैं दिल्ली के लोगों की रक्षा की कोशिश करूंगी।
अरविंद केजरीवाल के इस्तीफा देने की घोषणा के बाद सीएम पद की रेस में कुल 7 नाम शामिल थे। इनमें पहला नाम उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल का था। हालांकि, विधायक न होने की वजह से उनकी दावेदारी शुरू से ही कमजोर थी। इसके अलावा मंत्री गोपाल राय, कैलाश गहलोत, आतिशी, सौरभ भारद्वाज, राखी बिड़लान और कुलदीप कुमार भी सीएम के रेस में शामिल थे। सौरभ भारद्वाज तो खुलकर अपनी दावेदारी के बारे में मीडिया से बात की थी। इसी तरह गोपाल राय की दावेदारी के पीछे उनकी वरिष्ठता को बताया जा रहा था। गोपाल राय केजरीवाल सरकार में सबसे सीनियर मंत्री थे।