दिल्ली की प्रसिद्ध कला वीथिका ने शिल्पचक्र के चित्रकारों की कलाकृतियों की प्रदर्शनी लगायी गयी

दिल्ली की प्रसिद्ध कला वीथिका ने शिल्पचक्र के चित्रकारों की कलाकृतियों की प्रदर्शनी लगायी गयी

दिल्ली की प्रसिद्ध कला वीथिका ने शिल्पचक्र के चित्रकारों की कलाकृतियों की प्रदर्शनी लगायी गयी
Modified Date: November 29, 2022 / 07:53 pm IST
Published Date: June 22, 2021 1:25 pm IST

नयी दिल्ली, 22 जून (भाषा) सतीश गुजराल, अमरनाथ सहगल और जे स्वामीनाथन समेत दिल्ली के शिल्पी चक्र समूह से संबद्ध मशहूर चित्रकारों की कलाकृतियां यहां नवीनीकृत कलावीथिका ‘‘धूमिल गैलरी’’ में प्रदर्शित की गयी हैं।

‘पराया, विद्रोही, बाधक: दिल्ली शिल्प चक्र- 70 वर्ष ’ नामक पुनरावलोकन कार्यक्रम में ऐसे चित्रकारों की कृतियां प्रदर्शित की गयी हैं जो वर्षों से इस समूह से सदस्य, संस्थापक, पदाधिकारी या सहयोगी के तौर पर सक्रिय रूप से जुड़े रहे।

इसकी अवधारणा एफएक्यू आर्ट (एक ऐसा संगठन जो वैश्विक कला पारिस्थितिकी में आगे बढ़ने में सहायता है) ने तैयार की और आयोजन एकता आर्काइविंग ( एक ऐसा संगठन जो संस्कृति संरक्षण की दिशा में काम करता है) ने किया है।

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गैलरी ने एक बयान में कहा कि बी सी सान्याल, कवंल कृष्णा, के एस कुलकर्णी और धनराज भगत जैसे चित्रकारों द्वारा स्थापित चक्र नयी दिल्ली में 1940 के दशक में अस्वभाविक सांस्कृतिक परिवेश में स्वतंत्र चिंतकों एवं नये विचारों के लिए आश्रयस्थल बना । ये ऐसे चित्रकार थे जिनका जीवन देश के विभाजन से प्रभावित हुआ था।

दिल्ली शिल्पचक्र की स्थापना दिल्ली में चित्रकारों को एक ऐसा मंच या संघ देने के उद्देश्य से 25 मार्च, 1949 को की गयी थी जो नये विचारों को बढ़ावा दे। इसका ध्येय वाक्य है…‘ कला जीवन को प्रकाशित करती है’।

भाषा राजकुमार माधव

माधव


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