स्नातक के बाद दिल्ली विवि की स्नातकोत्तर दाखिले में एकल बालिका संतान कोटा लागू करने की योजना

स्नातक के बाद दिल्ली विवि की स्नातकोत्तर दाखिले में एकल बालिका संतान कोटा लागू करने की योजना

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  • Publish Date - December 27, 2024 / 01:26 PM IST,
    Updated On - December 27, 2024 / 01:26 PM IST

नयी दिल्ली, 27 दिसंबर (भाषा) दिल्ली विश्वविद्यालय ने 2025-26 शैक्षणिक सत्र से प्रत्येक स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में एकल बालिका संतान के लिए एक सीट आरक्षित करने की योजना बनाई है, जिसके लिए शुक्रवार को होने वाली अकादमिक परिषद की बैठक में प्रस्ताव पर चर्चा की जाएगी।

विश्वविद्यालय पहले से ही स्नातक स्तर पर एकल बालिका के लिए प्रत्येक पाठ्यक्रम में एक सीट आरक्षित रखता है, यह नीति 2023-24 प्रवेश सत्र में शुरू की गई है।

इस योजना के तहत इस वर्ष 69 कॉलेजों में 764 छात्राओं को प्रवेश दिया गया।

दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) में स्नातकोत्तर प्रवेश साझा विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी) के माध्यम से आयोजित किए जाते हैं, जिसके बाद साझा सीट आवंटन प्रणाली (सीएसएएस) का पालन किया जाता है।

डीयू में 2023-24 के प्रवेश सत्र के दौरान, 90,000 से अधिक छात्रों ने 13,500 स्नातकोत्तर (पीजी) सीटों के लिए आवेदन किया।

अगर मंजूरी मिल जाती है, तो नया कोटा विश्वविद्यालय द्वारा पेश किए जाने वाले सभी 77 स्नातकोत्तर कार्यक्रमों पर लागू होगा।

डीयू विभिन्न श्रेणियों के अंतर्गत भी सीटें आरक्षित करता है, जिनमें खेल, दिव्यांग व्यक्ति (पीडब्ल्यूडी), सशस्त्र बल कर्मियों की विधवाएं (सीडब्ल्यू) और अनाथ बच्चे शामिल हैं।

अधिकारियों ने बताया कि इस पहल के साथ विश्वविद्यालय एकल बालिकाओं के लिये अपना समर्थन बढ़ाना चाहता है तथा उन्हें उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहता है।

भाषा प्रशांत मनीषा

मनीषा