दिल्ली पुलिस ने मंजीत महाल गिरोह के प्रमुख सदस्य को भारत-नेपाल सीमा से गिरफ्तार किया

दिल्ली पुलिस ने मंजीत महाल गिरोह के प्रमुख सदस्य को भारत-नेपाल सीमा से गिरफ्तार किया

दिल्ली पुलिस ने मंजीत महाल गिरोह के प्रमुख सदस्य को भारत-नेपाल सीमा से गिरफ्तार किया
Modified Date: February 20, 2025 / 08:33 pm IST
Published Date: February 20, 2025 8:33 pm IST

नयी दिल्ली, 20 फरवरी (भाषा) दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष ने मंजीत महाल गिरोह के एक प्रमुख सदस्य को गिरफ्तार किया है, जो कपिल सांगवान उर्फ ​​’नंदू’ गैंग से हुई गैंगवार में शामिल था। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

नफे सिंह (45) को बुधवार को उत्तर प्रदेश के महाराजगंज में भारत-नेपाल सीमा से गिरफ्तार किया गया।

पुलिस उपायुक्त (विशेष प्रकोष्ठ) अमित कौशिक ने बताया, ‘सिंह पर महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) के तहत एक मामले में 50,000 रुपये का ईनाम था और वह 14 जघन्य अपराधों में शामिल रहा है।’

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उन्होंने बताया कि सिंह को हत्या और हमले के पांच मामलों में भगोड़ा घोषित किया गया था। डीसीपी ने कहा कि सिंह उन आरोपियों में से एक था, जिसने मंजीत महाल के साथ मिलकर दिसंबर 2015 में कपिल सांगवान के साले सुनील उर्फ ​​डॉक्टर की हत्या कर दी थी, जिसके बाद दोनों गैंग के बीच हिंसक प्रतिद्वंद्विता भड़क गई थी।

डीसीपी ने बताया कि नजफगढ़ और आसपास के इलाकों में दोनों गिरोहों के बीच संघर्ष में 10 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी।

अधिकारी ने कहा कि सितंबर 2023 में सिंह छह दिन की अंतरिम जमानत पर बाहर आया, लेकिन उसने आत्मसमर्पण नहीं किया और फरार हो गया।

उन्होंने कहा कि गिरफ्तारी से बचने के लिए उसने अपने परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों से अपने सभी संपर्क खत्म कर दिया और कभी भी उनमें से किसी से संपर्क नहीं किया।

डीसीपी ने कहा कि फरार रहने के दौरान वह पहले हरिद्वार और फिर नेपाल चला गया। उन्होंने कहा कि वह काठमांडू, नवलपरासी और भैरहवा समेत विभिन्न स्थानों पर रहा और वहीं से अपना गिरोह चलाता रहा।

भाषा जोहेब माधव

माधव


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