नयी दिल्ली, 19 नवंबर (भाषा) दिल्ली पुलिस ने शाहदरा में 43 लाख रुपये की कथित साइबर धोखाधड़ी के मामले में एक चीनी नागरिक को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
शाहदरा के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) प्रशांत गौतम ने बताया कि इस गिरफ्तारी से पुलिस को सोशल मीडिया समूहों के माध्यम से अंजाम दिए जा रहे 100 करोड़ रुपये से अधिक के ‘ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग’ घोटाले का पता लगाने में मदद मिली है।
डीसीपी ने बताया कि आरोपी की पहचान सफदरजंग एन्क्लेव में रहने वाले चीनी नागरिक फेंग चेनजिन के रूप में हुई है।
गौतम ने कहा, ‘‘जुलाई में ‘साइबर अपराध पोर्टल’ पर एक शिकायत दर्ज की गई थी। शिकायतकर्ता ने बताया था कि उसे शेयर बाजार के फर्जी प्रशिक्षण सत्रों के दौराल प्रलोभन दिया गया और बाद में कई किश्तों में निवेश के नाम पर 43.5 लाख रुपये की ठगी की गई।’’
जांच के दौरान, पुलिस ने उन बैंक खातों का ब्योरा हासिल किया जिनमें ठगी की रकम स्थानांतरित की गई और कई संदिग्ध मोबाइल नंबरों के ‘कॉल रिकॉर्ड’ का विश्लेषण किया गया। सभी संदिग्धों से जुड़े बैंक खातों और मोबाइल नंबर की गहन जांच के बाद तकनीकी विश्लेषण से धोखाधड़ी की गतिविधियों से जुड़े होने का मामला सामने आया।
उन्होंने कहा, ‘‘हमे इस धनराशि के दिल्ली के मुंडका में महा लक्ष्मी ट्रेडर्स नाम से पंजीकृत एक बैंक खाते में जमा कराए जाने की जानकारी मिली। इस खाते का इस्तेमाल ठगी के पैसों की लेनदेन में किया जा रहा था , इससे अप्रैल में 1.25 लाख रुपये स्थानांतरित किये गए थे।’’
डीसीपी ने बताया कि पुलिस को फैंग के नाम से पंजीकृत एक मोबाइल नंबर मिला और उसके मोबाइल फोन तथा सोशल मीडिया के विवरण से धोखाधड़ी से जुड़े सबूत मिलने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
उन्होंने बताया कि जांच के दौरान फैंग के आंध्र प्रदेश और उत्तर प्रदेश में साइबर अपराध तथा धन शोधन से जुड़े दो अन्य महत्वपूर्ण धोखाधड़ी मामलों से जुड़ा होने का भी पता लगा।
डीसीपी ने कहा, ‘‘साइबर अपराध पोर्टल पर 17 आपराधिक शिकायतें भी दर्ज हैं, जो सभी एक ही ‘फिनकेयर’ बैंक के खाते से जुड़ी हैं और धोखाधड़ी की कुल राशि 100 करोड़ रुपये से अधिक है।’’
उन्होंने कहा कि फैंग अप्रैल 2020 में आंध्र प्रदेश में ताइवान की एक कंपनी के लिए ‘वर्क वीजा’ पर भारत आया था।
पुलिस के अनुसार, फैंग को आंध्र प्रदेश पुलिस ने धोखाधड़ी के एक मामले में गिरफ्तार भी किया था और वह करीब सात माह तक तिरुपति जेल में रहा था।
उन्होंने बताया कि आंध्र पुलिस ने गिरफ्तारी के समय आरोपी का पासपोर्ट और वीजा जब्त कर लिया था तथा दिल्ली पुलिस द्वारा की गई गिरफ्तारी के दौरान उसके पास वैध वीजा नहीं था।
भाषा यासिर धीरज
धीरज