नयी दिल्ली, एक अक्टूबर (भाषा) कांग्रेस की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष देवेंद्र यादव के नेतृत्व में पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा से मुलाकात की और राष्ट्रीय राजधानी में ‘‘बिगड़ती’’ कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर एक ज्ञापन सौंपा।
इस मुलाकात के बाद यादव ने एक बयान में कहा कि कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध, रोडरेज की घटनाओं, यातायात जाम, अवैध शराब व्यापार और मादक पदार्थ के खतरे पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि अपराध की बढ़ती घटनाओं की प्रमुख वजहों में से एक युवाओं में बेरोजगारी है।
बयान के अनुसार, पुलिस आयुक्त के साथ यातायात जाम के मुद्दे पर भी चर्चा की गई, जिसके बारे में उन्होंने कहा कि इससे ‘रोडरेज’ बढ़ता है।
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़े से पता चलता है कि दिल्ली में अपराध दर (देश में) सबसे अधिक है। एक लाख की आबादी पर 1,832 अपराध दर्ज किए गए, जो राष्ट्रीय औसत 544 (प्रति एक लाख आबादी) से तीन गुना अधिक है।
यादव ने कहा कि दिल्ली पुलिस के ‘चौंकाने वाले आंकड़े’ से इस साल अगस्त के मध्य तक 308 हत्याएं, 1,034 डकैती, 144 जबरन वसूली और फिरौती के लिए अपहरण के छह मामलों का पता चला है, जो दिल्ली में कानून एवं व्यवस्था के पूरी तरह से ध्वस्त होने की ओर इशारा करते हैं।
उन्होंने कहा कि बड़े अपराध अब रोजमर्रा की बात हो गए हैं और दिल्ली भारत में महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित शहर बन गया है, जहां महिलाओं के खिलाफ कुल अपराधों के 29.04 प्रतिशत अपराध होते हैं।
कांग्रेस के नेता ने कहा कि 2024 में अब तक दिल्ली में बलात्कार के 1,393 मामले सामने आए हैं, जिनमें तीन पीड़ितों की हत्या कर दी गई, वहीं 1,354 यौन उत्पीड़न के मामले, 4,316 झपटमारी के मामले, 5,735 सेंधमारी और घरों में चोरी की 12,698 घटनाएं हुईं।
भाषा अमित सुरेश
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