(मोहित सैनी)
नयी दिल्ली, 28 जनवरी (भाषा) दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतदान की तारीख नजदीक आते-आते जंगपुरा निर्वाचन क्षेत्र के मतदाता इस बात पर बंटे हुए हैं कि इस बार कौन विजेता बनकर उभरेगा।
जंगपुरा निर्वाचन क्षेत्र के लोगों ने अपने वर्तमान प्रतिनिधियों को लेकर मिली-जुली राय व्यक्त की और क्षेत्र में खराब नागरिक प्रबंधन, सुरक्षा की कमी और निर्वाचित पदाधिकारियों की अपर्याप्त भागीदारी जैसे मौजूदा मुद्दे गिनवाये।
दिल्ली में वर्ष 2020 में हुए चुनावों में आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार प्रवीण कुमार ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के इम्प्रीत सिंह बख्शी को हराया था।
इस बार ‘आप’ ने वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया को चुनाव मैदान में उतारा है जबकि भाजपा ने तरविंदर सिंह मारवाह और कांग्रेस ने फरहाद सूरी को अपना उम्मीदवार घोषित किया है।
स्थानीय लोगों ने अनसुलझे मुद्दों और निर्वाचित प्रतिनिधियों की अपर्याप्त भागीदारी पर निराशा जताई।
कई लोगों ने मौजूदा ‘आप’ विधायक प्रवीण कुमार की पहुंच से बाहर होने के लिए आलोचना की।
लाजपत नगर-दो के रहने वाले अविनाश ने कहा, “हम कई दिनों से पीने के गंदे पानी की समस्या से जूझ रहे हैं और लाजपत नगर में पार्किंग की समस्या का समाधान नहीं हुआ। यहां पार्किंग माफिया मनमाने तरीके से पैसे वसूलते हैं और नो-पार्किंग जोन में पार्किंग की अनुमति देते हैं। ‘आप’ विधायक ने इन समस्याओं को दूर करने की जहमत तक नहीं उठाई।”
इलाके में रहने वाली 55 वर्षीय एक महिला ने चोरी की बढ़ती घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा, “मेरे पोते की साइकिल दिनदहाड़े चोरी हो गई और चोर घरों में घुस आए। पुलिस को सूचित करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई लेकिन मैं बिजली बिल शून्य और बेहतर सरकारी विद्यालयों की सराहना करती हूं।”
वर्ष 2021 में शराब नीति को लागू किये जाने के बाद से सुरक्षा को लेकर भी चिंताएं सामने आईं।
लोगों ने शराब की दुकानों में वृद्धि को सुरक्षा मुद्दों में योगदान देने वाला कारक बताया।
लाजपत नगर की रहने वाली साक्षी और उषा ने कहा, “शराब की दुकानों ने सुरक्षा संबंधी मुद्दे पैदा किए हैं, खासकर शाम सात बजे के बाद निकलना मुश्किल हो जाता है।”
इन चुनौतियों के बावजूद ‘आप’ की कल्याणकारी योजनाओं में 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली, मुफ्त पानी और महिलाओं के लिए बस की मुफ्त सवारी शामिल हैं, जिन्होंने कई मतदाताओं का भरोसा जीता है।
भोगल की रहने वाली बबीता ने भाजपा के वादों के प्रति अपनी शंका व्यक्त करते हुए कहा, “मुझे यकीन नहीं है कि वे अपने वादों को पूरा करेंगे लेकिन ‘आप’ ने पहले ही कई वादे पूरे कर दिए हैं, जैसे कि मुफ्त बिजली, पानी और महिलाओं के लिए बस की सवारी।”
इस बीच, कुछ लोगों ने भाजपा के तरविंदर सिंह मारवाह को अपना समर्थन दिया है, जो पहले कांग्रेस की टिकट पर 1998, 2003 और 2008 में तीन बार इस सीट पर जीत दर्ज कर चुके हैं।
जंगपुरा मेट्रो स्टेशन के पास सड़क किनारे सामान बेचने वाले साहिल ने कहा, “भाजपा प्रत्याशी मारवाह स्थानीय हैं, जो हमेशा हमारी बात सुनने के लिए मौजूद रहते हैं। मैं सिसोदिया के बारे में निश्चित नहीं हूं, जो बाहरी व्यक्ति हैं, खासकर तब जब ‘आप’ विधायक मुद्दों को सुलझाने के लिए हमसे नहीं मिले। हम फिर से ‘आप’ पर कैसे भरोसा कर सकते हैं?”
कई मतदाताओं ने शीला दीक्षित (1998-2013) के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को भी याद किया और उस अवधि के दौरान बेहतर बुनियादी ढांचे की ओर इशारा किया।
एक निवासी सुरेश ने कहा, “मानसून के दौरान जंगपुरा में भारी जलभराव होता है। इस बार भी घरों में पानी घुस गया और लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ा। कांग्रेस सरकार के दौरान भोगल में यातायात कम था।”
सिसोदिया की जीत सुनिश्चित करने के लिए ‘आप’ सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने रविवार को एक जनसभा में ‘आप’ की सत्ता में वापस पर सिसोदिया को उपमुख्यमंत्री बनाने की घोषणा की।
केजरीवाल ने उपस्थित लोगों से सिसोदिया को चुनने का आग्रह करते हुए कहा, “वह (सिसोदिया) सरकार में उपमुख्यमंत्री बनेंगे और उनके साथ आप सभी भी उपमुख्यमंत्री बनेंगे ।”
दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान पांच फरवरी को होना है और मतगणना आठ फरवरी को होगी।
भाषा जितेंद्र माधव
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