नई दिल्ली । राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सबसे पॉश इलाकों में शुमार विकासपुरी विधानसभा सीट दिल्ली राज्य की 70 सीटों में से एक है। पश्चिमी दिल्ली जिले के पटेल नगर जोन में आने वाला यह इलाका पश्चिमी दिल्ली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का भी हिस्सा है। वर्ष 2002 में गठित परिसीमन आयोग की सिफारिशों के बाद 2008 में यह विधानसभा क्षेत्र का गठन हुआ।
विकासपुरी के पहले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के नंद किशोर जीत हासिल की। इसके बाद 2013 में हुए चुनाव में यहां से आम आदमी पार्टी के महेंद्र यादव ने जीत हासिल की। महेंद्र यादव 2015 में दोबारा यहां से विधायक चुने गए। यह दिल्ली का वह इलाका है जिसे सुनियोजित तरीके से 1980 में बसाया गया। इस इलाके में बड़ी संख्या में शॉपिंग मॉल्स, मल्टीप्लेक्स, शोरूम, रेस्टोरेंट समेत बड़े बाजार लोगों के आकर्षण का केंद्र हैं। मेट्रो लाइन से जुड़ा होने के चलते इस इलाके से दिल्ली का चक्कर लगाया जा सकता है।
विकासपुरी के अहम मुद्दे
हर इलाके के कुछ अलग मुद्दे होते हैं तो कुछ मुद्दे कॉमन होते हैं, इसी आधार पर लोग वोट करते हैं। विकास पुरी इलाके की परेशानियों और मुद्दों के हिसाब से बिजली-पानी के अलावा प्रदूषण के साथ स्वच्छता भी एक बड़ा मुद्दा है। आप बेहतर तरह से जान पाएं, उसके कोशिश हम करेंगे इस सीरीज में। वोटरों के हिसाब से यह दिल्ली की सबसे बड़ी विधानसभा सीट है, जहां पर लगभग चार लाख वोटर हैं। यहां पर मिश्रित आबादी है, हर तबके के लोग हैं, लेकिन ज्यादातर पूर्वांचल, जाट, त्यागी समुदाय के लोग रहते हैं। विकासपुरी, रनहौला, विकास नगर जैसे अनधिकृत कॉलोनियां हैं, वहीं बक्करवाला, बुडेला, हस्तसाल जैसे गांव भी हैं।
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आमने-सामने-
विकासपुरी विधानसभा में आप पार्टी के महेंद्र यादव से बीजेपी के संजय सिंह मुकाबला करेंगे,वहीं कांग्रेस ने मुकेश शर्मा पर दांव लगाया है।
विधानसभा चुनाव 2015
आम आदमी पार्टी- महिंदर यादव पार्टी- प्राप्त वोट -132437
बीजेपी – संजय सिंह- प्राप्त वोट- 54772, हार का अंतर- 77665
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चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में कुल 1,46,92,136 मतदाता हैं, जो कुल 2,689 स्थानों पर स्थापित किए गए कुल 13,750 मतदान केंद्रों में अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। दिल्ली में पुरुष मतदाताओं की तादाद 80,55,686 है, जबकि यहां कुल 66,35,635 महिला मतदाता हैं। राष्ट्रीय राजधानी में 815 मतदाता थर्ड जेंडर के हैं, जबकि अप्रवासी भारतीय (NRI) मतदाताओं की संख्या 489 है। दिल्ली में गर्वमेंट सर्विस वोटरों की कुल संख्या 11,556 है, जिनमें से 9,820 पुरुष मतदाता हैं. इसके अलावा राष्ट्रीय राजधानी में 55,823 मतदाता दिव्यांग श्रेणी के भी हैं।