दिल्‍ली विधानसभा चुनाव 2020: बिजवासन सीट पर बीजेपी को वापसी की उम्मीद,आप ने बदला प्रत्याशी

दिल्‍ली विधानसभा चुनाव 2020: बिजवासन सीट पर बीजेपी को वापसी की उम्मीद,आप ने बदला प्रत्याशी

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  • Publish Date - January 28, 2020 / 04:22 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:28 PM IST

नई दिल्ली। बिजवासन विधानसभा सीट दक्षिण दिल्‍ली जिले का हिस्‍सा होने के साथ यह इलाका दक्षिणी दिल्‍ली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में भी सम्मिलित है। बिजवासन सीट को 2002 में गठित परिसीमन आयोग की सिफारिशों के बाद 2008 में घोषित किया गया। बिजवासन विधानसभा सीट पहला चुनाव भी 2008 में कराया गया। 2008 के चुनाव में यहां भाजपा के सतप्रकाश राणा ने जीत हासिल की थी। सतप्रकाश राणा ने कांग्रेस के विजय सिंह लोचव को हराया था। राणा लगातार दूसरी बार 2013 में भी विधायक चुने गए।

बिजवासन विधानसभा सीट के 2015 के चुनाव में यहां से आम आदमी पार्टी के कर्नल देविंदर शेहरावत ने सतप्रकाश राणा को हराया और विधायक बने। इस क्षेत्र की जमीन का बड़ा हिस्‍सा हवाईअड्डा बनाने के लिए सरकार ने अधिग्रहीत किया है।

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बिजवासन के अहम मुद्दे-
बिजवासन सीट पर इस बार पेयजल एक बड़ा मुद्दा है। बिजवासन से आप के मौजूदा विधायक का आरोप है कि उन्हें पानी देने में पक्षपात किया जा रहा है, पानी के लिए 18 हजार से ज्यादा पत्र लिखे गए हैं, लेकिन पानी नहीं मिला। वहीं कांग्रेस का कहना है कि मौजूदा विधायक ने क्षेत्र में कोई काम नहीं किया है। लोग काम के बारे में बात ना करें इसके लिए वे पानी के मुद्दे का उछाल रहे हैं।

आमने-सामने-
आम आदमी पार्टी – बीएस जून
बीजेपी – सतप्रकाश राणा
कांग्रेस – प्रवीण राणा
विधानसभा सीट क्रमांक 36 बिजवासन से इस बार आम आदमी पार्टी ने अपने मौजूदा विधायक कर्नल देवेन्द्र शेरावत का टिकट काटते हुए बीएस जून को दिया है। वहीं बीजेपी ने पुराने उम्मीदवार सत्यप्रकाश राणा पर ही दांव खेला है। कांग्रेस ने भी अपने पुराने प्रत्याशी विजय सिंह को बदलते हुए इस बार प्रवीण राणा को टिकट दिया है।

बिजवासन विधानसभा सीट का गणित
बिजवासन विधानसभा सीट पर कुल मतदाताओं में अनुसूचित जाति के 13.78 फीसदी वोटर्स हैं। 2019 की संशोधित मतदाता लिस्ट के अनुसार इस सीट पर 19,3,205 वोटर्स हैं जो 192 मतदान केंद्रों पर वोटिंग करेंगे। पिछली बार यानी 2015 के विधानसभा चुनावों में इस सीट पर 63.42% लोगों ने मतदान किया था। भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को क्रमशः 38.46%, 4.45% और 54.99% मत मिले थे।

विधानसभा चुनाव 2015
कर्नल देविंदर शेहरावत- आम आदमी पार्टी-65,006 (54.99%)
सतप्रकाश राणा-बीजेपी-45,470 (38.46%) हार का अंतर – 19536
विजय सिंह लोचव -कांग्रेस-5,258 (4.44%)

विधानसभा चुनाव 2013

सतप्रकाश राणा-बीजेपी-35,988 (34.65%)

देविंदर शेहरावत- आम आदमी पार्टी-33,574 (32.32%)

विजय सिंह लोचव -कांग्रेस-18,173 (17.50%)

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दिल्ली में 8 फरवरी को विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे और परिणाम दिल्ली में विधानसभा की 70 सीटें हैं जिसमें से 58 सामान्य श्रेणी की है जबकि 12 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में कुल 1,46,92,136 मतदाता हैं, जो कुल 2,689 स्थानों पर स्थापित किए गए कुल 13,750 मतदान केंद्रों में अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। दिल्ली में पुरुष मतदाताओं की तादाद 80,55,686 है, जबकि यहां कुल 66,35,635 महिला मतदाता हैं। राष्ट्रीय राजधानी में 815 मतदाता थर्ड जेंडर के हैं, जबकि अप्रवासी भारतीय (NRI) मतदाताओं की संख्या 489 है। दिल्ली में गर्वमेंट सर्विस वोटरों की कुल संख्या 11,556 है, जिनमें से 9,820 पुरुष मतदाता हैं. इसके अलावा राष्ट्रीय राजधानी में 55,823 मतदाता दिव्यांग श्रेणी के भी हैं।